Prashant Kishor Attack on Tejashwi Yadav: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बयान जारी करते हुए लालू, राबड़ी और उनके बेटे तेजस्वी यादव पर तंज कसा है. सोमवार (09 अक्टूबर) को पीके ने कहा कि तेजस्वी यादव जैसे नेता अगर देश को नई दिशा देने लगेंगे तो देश का कोई भला होने वाला नहीं है. इसके बावजूद तेजस्वी यादव को मेरी शुभकामनाएं हैं. तेजस्वी के मां-बाप बिहार में मुख्यमंत्री रहे और तेजस्वी खुद उपमुख्यमंत्री हैं, बिहार को तो उन्होंने दिशाहीन कर दिया. बिहार की जनता ने अगर तेजस्वी को जिम्मेदारी दी है तो कुछ नहीं तो वो जिन विभागों के मंत्री हैं उनकी दशा ठीक कर दें. बिहार में अस्पतालों की दशा सुधार दें, बिहार में सड़कों की दशा सुधार दें.


प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में ग्रामीण कार्य मंत्रालय में आने वाले नालियों-गलियों की दशा सुधार दें. देश में उनके लिए दशा की बात करना ठीक ऐसा ही है जैसे अंग्रेजी में एक कहावत है "Punching above your weight" मतलब उनके कद से बहुत बड़ी बात है. उन्हें अपनी बात करनी चाहिए. ऐसी बात करने वालों को बड़बोलापन कहा जाता है. बिहार में लोगों को इस चीज की बहुत आदत है.


पीके ने कहा- बिहार में रोजगार नहीं और बात कर रहे गाजा की


तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए पीके ने कहा कि डिप्टी सीएम को न भाषा का ज्ञान है न विषय का ज्ञान है, लेकिन तीखा टिप्पणी करनी होगी तो बैठ कर इजराइल और फिलिस्तीन पर करेंगे. बिहार में गरीब बच्चों के शरीर पर कपड़ा नहीं है, खाने के लिए खाना नहीं है, रोजगार नहीं है लेकिन तीखा टिप्पणी ये कर रहे हैं कि गाजा में क्या हो रहा है.


प्रशांत किशोर ने कहा कि यहां पर नेताओं को भी ऐसी आदत लग गई है. बेवकूफी को यहां पर नेताओं ने जमीनी हकीकत मान लिया है. ऊलजलूल बात करने वालों को समाज के लोग जमीनी नेता मानते हैं, जिसको न भाषा का ज्ञान है, न विषय का ज्ञान है. आदमी ने यहां शर्ट के ऊपर गंजी पहन लिया तो यहां का समाज उसे जमीनी नेता मानने लगता है.


यह भी पढ़ें- Bihar Politics: जीतन राम मांझी ने कहा- 'सुधाकर सिंह की दिमागी हालत ठीक नहीं', बोले- 'हमें भी मालूम है कि...'