पटना: जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) ने एबीपी से सोमवार को खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बीजेपी से नहीं डरते हैं, नीतीश कुमार अपने काम के बल पर चलते हैं. इनसे क्यों डरेंगे .नीतीश कुमार का कुछ है कि वह सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स से डरने वाले हैं. उन्होंने कहा कि यह बात अलग है कि वह विधायकों और सांसदों से मिलते हैं. पहले भी मिले हैं और अब भी मिल रहे हैं. कल हम भी मिले हैं. कल हमको वह फोन किए कि कहां हैं? उस वक्त हम दिल्ली में थे तो उन्होंने कहा कि आइए हम सभी सांसदों से मिले हैं. आपसे भी मिलेंगे. बातचीत के बारे में उन्होंने कहा कि क्षेत्र में क्या काम हो रहा है? क्या विकास हो रहा है. इसके बारे में हम से भी सवाल जवाब किए हैं. बाकी सांसदों और विधायकों से भी यही बात किए हैं. क्षेत्र के विकास को लेकर हमेशा चिंतित रहते हैं उसी को लेकर विधायक, सांसद सभी लोगों से बातचीत किए हैं. विधायकों के मन टटोलने की बात पर उन्होंने कहा कि हमारे सभी विधायक 2020 में बीजेपी को पहचान चुके हैं और समझ चुके हैं कि किस तरह 2020 में बीजेपी खड़यंत्र की थी और उस खड़यंत्र के बावजूद जो हमारे विधायक जीत कर आए हैं वह बीजेपी के चरित्र को समझ रहे हैं और जो हार गए हैं वह तो जानते ही हैं.


भारतीय जनता पार्टी का दो पहलू है- ललन सिंह


ललन सिंह ने कहा कि बीजेपी का एक चरित्र है कि भारतीय जनता पार्टी का दो पहलू है, एक पहलू अटल बिहारी बाजपेयी, मुरली मनोहर जोशी लालकृष्ण आडवाणी जैसे नेताओं की बीजेपी थी. दूसरा पहलू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के बीजेपी का है, तो वह अटल बिहारी के समय की बीजेपी थी उसने सहयोगियों को सम्मान देने का भाव था लेकिन अभी जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की बीजेपी है उसमें सहयोगीयों को अपमान करने का, छल करने का और अपने सहयोगियों को खत्म करने की राजनीति है. ललन सिंह ने कहा कि अरुणाचल में हम लोगों ने चुनाव लड़ा था छह विधायक जेडीयू से जीत कर आए थे, हम लोग एनडीए में थे और बीजेपी को सहयोग भी कर रहे थे. इनकी जरूरत भी नहीं थी फिर भी वह धनबल का प्रयोग करके हमारे विधायकों को अपने कब्जे में कर लिया. यह इनकी चरित्र है.


'मध्यप्रदेश में बीजेपी चुनाव हारेगी'


जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कहा कि हमने उस वक्त अमित शाह और भूपेंद्र यादव को कहा था कि जो हमारे छह विधायक हैं, उनको अपने साथ रख लीजिए तो उन्होंने कहा था हां और फिर इसके बाद अपनी पार्टी में ही मिला लिया, तो यह इनका चरित्र है. आज उन्होंने जो महाराष्ट्र में किया या पहले मध्यप्रदेश में किया है. मध्य प्रदेश में जनता के मैंडेट को तोड़-जोड़ करके अपनी सरकार बनाएं. मध्य प्रदेश में फिर चुनाव होने वाली है मैं दावे के साथ कह रहा हूं कि वहां भी बीजेपी चुनाव हारेगी. मीडिया में सर्वे जो हो जाए लेकिन जनता समझ रही है. महाराष्ट्र में तोड़ जोड़ करके सरकार बनाई गई लेकिन इसके बाद वहां मुंबई में नगर निगम का भी चुनाव नहीं कराया जा रहा है, बीजेपी जानती है कि उसे चारों खाने चित होना पड़ेगा. 


कन्वीनर वाले मुद्दे पर बोले ललन सिंह


आरजेडी में विलय पर जेडीयू नेता ने कहा कि झूठा प्रचारित किया जा रहा है कि जेडीयू आरजेडी में विलय करेगी. जेडीयू का अस्तित्व पहले से खड़ा है और आगे भी खड़ा रहेगा. कोई मर्जर की बात नहीं है. हम कहीं भी मर्जर करने नहीं जा रहा हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विपक्षी एकता का कन्वीनर बनने की बात भी झूठा प्रचारित हो रहा है. किस तरह विपक्षी एकता में व्यवधान पैदा हो इस पर बातें होती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक ही सपना है सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट होकर चुनाव लड़े. उन्होंने कहा विपक्ष में बहुत लोग हैं जो प्रधानमंत्री के बनने के लिए सक्षम हैं उनमें चुनाव जीतने के बाद चुना जाएगा कि कौन प्रधानमंत्री बन सकते हैं. कार्यकर्ता की अपनी महत्वाकांक्षा है वह अपने नेता के बारे में बोल सकते हैं लेकिन नीतीश कुमार खुद को प्रधानमंत्री बनने की बात कभी नहीं बोले हैं.


बिहार में 2025 का चेहरा बताया


 तेजस्वी यादव को 2025 में मुख्यमंत्री बनाने की बात पर ललन सिंह ने इनकार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उस वक्त तेजस्वी यादव को लेकर कहा था कि अब तो इन्हीं को संभालना लेकिन 2023 -24 -25 की बात मीडिया में प्रचारित किया जा रहा है. ललन सिंह ने कहा कि विपक्षी एकता को लेकर झूठा प्रचार किया जा रहा है कि विपक्ष में एकजुटता नहीं है. यह लोग अपने चश्मे से देख रहे हैं जबकि सभी विपक्ष एकजुट है और बिहार में बीजेपी तो चारों खाने चित हो जाएगी. 2015 में भी अमित शाह दो महीने तक कैंप किए थे क्या हुआ? सब ने देखा था. अमित शाह के बयान पर उन्होंने कहा कि अमित शाह हमसे बहुत प्यार करते हैं इसलिए हमें वह हमेशा निशाने पर रखे हुए रहते हैं. हमको उनसे कोई मतलब नहीं है. हम अपना काम करते हैं. अपने क्षेत्र की जनता के बारे में सोचते हैं. डरने की बात पर उन्होंने कहा कि मैं सीबीआई, ईडी, आईटी से नहीं डरता हूं. मेरा आमदनी जगजाहिर है. मेरा अपना वेतन है. घर की पैतृक संपत्ति से आमदनी होती है और कुछ मकान है उससे किराया आता है. वहीं, मेरा आमदनी है. ईडी-सीबीआई जो देखना चाहे देख सकती है.


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