पटना: नौकरी के बदले जमीन घोटाला (Land For Job Scam) मामले में लालू, राबड़ी, तेजस्वी समेत 17 आरोपियों के समन पर राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने ललन सिंह (Lalan Singh) का नाम लेते हुए शुक्रवार (22 सितंबर) को जमकर हमला बोला. बीजेपी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने समन को लेकर कहा कि ये न्यायिक प्रक्रिया है. सीबीआई ने चार्जशीट फाइल की थी.


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि ये लैंड फॉर जॉब स्कैम का मामला वही है जिसको सबसे पहले जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने उजागर किया था. 2009 में जब मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री थे. उस समय ललन सिंह और शरद यादव इन लोगों ने तत्कालीन पीएम से मिलकर ज्ञापन दिया था कि लालू यादव रेल मंत्री रहते हुए इस-इस तरह के लोगों को रेलवे में नौकरी दे रहे हैं और उसके बदले में जमीन लिखवा रहे हैं. सीबीआई के पास पुख्ता प्रमाण हैं.



बीजेपी नेता ने कहा- थोड़ा इंतजार करना चाहिए


शुक्रवार को सोशल मीडिया एक्स पर बयान जारी करते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में 1088 का एक आलीशान मकान है जिसकी कीमत 100-150 करोड़ है, तो इसके मालिक तेजस्वी यादव कैसे बन गए? यह वही मकान है और जमीन है जिन लोगों को नौकरी मिली थी, उन्हीं लोगों ने इसको लालू परिवार को लिखवा दिया था. इसके बाद तेजस्वी यादव मालिक बन गए. ललन सिंह ने पुख्ता प्रमाण उपलब्ध कराए हैं. चार्जशीट पर कोर्ट क्या संज्ञान लेता है इसका थोड़ा इंतजार करना चाहिए.


'जैसे करिएगा... वैसा भोगिएगा'


वहीं बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केंद्रीय रेल मंत्री रहते लालू ने रेलवे में नौकरी देने के बदले गरीबों से जमीन लेने का काम किया था. जैसा करिएगा वैसा भोगिएगा. गरीबों की राजनीति करने वाले इन लोगों ने गरीबों का उत्पीड़न, शोषण किया. जमीन हड़पी. इन सभी रंगा सियारों को कोर्ट ने समन जारी किया है. अब गरीब पीड़ितों को न्याय मिलेगा.


यह भी पढ़ें- Land For Job Scam: नौकरी के बदले जमीन मामले में लालू समेत 17 आरोपियों को समन, तेजस्वी यादव ने दी पहली प्रतिक्रिया