कैमूर: जिले के मोहनिया अनुमंडल अस्पताल में सोमवार की देर रात 11 बजे चांदनी चौक पर ड्यूटी के दौरान एक मोहनिया थाना के जमींदार को चोट लग गई. चोट लगने के बाद चौकीदार और जमींदार दोनों वहां के अनुमंडल अस्पताल में पहुंचे. अस्पताल पहुंचने के बाद ड्यूटी में तैनात चिकित्सक ने उनको दवा तो लिख दी, लेकिन हाथ में चोट लगने की वजह से उन्हें एक्सरे कराने की बात कही. जब एक्सरे रूम के पास जमींदार और चौकीदार पहुंचे तो एक्सरे रूम में ताला लटक रहा था. ड्यूटी में तैनात अस्पताल कर्मी घंटों इंतजार करने के बाद गायब मिले.


एक्सरे ऑपरेटर को कई दफे किया कॉल


उधर, एक्सरे रूम के बाहर और इमरजेंसी वार्ड के बाहर एक पर्ची पर लिखा था कि एक्सरे 24 घंटे उपलब्ध है. एक्सरे ऑपरेटर का मोबाइल नंबर भी नीचे दिया गया था. लिखे गए मोबाइल नंबर पर कई बार फोन लगाया गया लेकिन जवाब नहीं आया. आधे घंटा तक लगातार फोन करने के बाद एक बार जब फोन उठा भी तो सुबह एक्सरे करने की बात कही. जिससे दर्द से कराह रहे जमींदार घंटों अस्पताल कैंपस का चक्कर लगाता रहा. मोहनिया अनुमंडल अस्पताल में ट्रामा सेंटर सहित इमरजेंसी व्यवस्था भी है क्योंकि एनएच और रेलवे के नजदीक का अस्पताल है.


युवक को बचाने के क्रम में लगी थी चोट


वहीं अस्पताल में दुर्घटनाग्रस्त मरीज अक्सर आया करते हैं, लेकिन जब इमरजेंसी सेवाएं वाले रूम में भी जब ताला लटका मिले और कर्मी गायब रहे तो क्या आम लोगों का इलाज हो सकता है? जबकि पुलिस वालों का भी इलाज होना अनुमंडल अस्पताल में मुश्किल है. मोहनिया थाने के जमींदार बिंदेश्वरी सिंह बताते हैं कि चांदनी चौक पर ड्यूटी में तैनात थे. एक बाइक वाला गिर गया था तो वो उसे उठाने गए. वो पुलिस को देख कर भागने लगा और इसी क्रम में उनको चोट आ गई.


सुबह एक्सरे करने की कही बात


मोहनिया थाना के रात्रि गश्ती के वीरेंद्र पासवान ने कहा कि हम लोग रात को गश्ती में थे. चांदनी चौक पर एक बाइक सवार गिर गया तो उसे उठाने के क्रम में वह भागने लगा जिससे चोट आ गई. वो लोग अनुमंडल अस्पताल आ गए. घंटों से परेशान हैं, डॉक्टर ने एक्सरे करने के लिए कहा और एक्सरे वाला गायब है. फोन भी नहीं उठा रहा है और फोन उठाया तो बोला कि सुबह आएंगे तब एक्सरे करेंगे.