नवादा: डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' (Documentary Film Kaali) के पोस्टर को लेकर विवाद (Kaali Poster Controversy) बढ़ता ही जा रहा है. फिल्म के पोस्टर को लेकर अब बिहार के नवादा जिले में भी विरोध शुरू हो गया है. यहां हिंदू संगठनों ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (TMC MP Mahua Moitra) और फिल्म मेकर लीना मणिमेकलाई (Leena Manimekalai) के खिलाफ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान दोनों का पुतला भी जलाया गया. नवादा में बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद और बीजेपी से जुड़ी महिलाएं भी इस प्रदर्शन में शामिल हुईं. गुरुवार की सुबह हिंदू संगठनों के लोग शहर के प्रजातंत्र चौक पर पहुंचे, जहां पर सांसद महुआ मोइत्रा और फिल्म मेकर का पुतला दहन किया. इस दौरान जमकर नारेबाजी हुई.


बीजेपी महिला मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष माधवी बर्णवाल ने कहा कि माता काली का अपमान टीएमसी सांसद और फिल्म डायरेक्टर लीना ने किया है, जिसे हम बर्दाश्त नहीं कर सकते. हम अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा करेंगे. वहीं, बजरंग दल के जितेंद्र प्रताप जीतू ने कहा कि माता काली का अपमान फिल्म निर्माता और सांसद द्वारा किया गया है. इसी के खिलाफ यह विरोध प्रदर्शन और पुतला दहन किया गया है. उन्होंने कहा कि फिल्म का पोस्टर काफी आपत्तिजनक है. मौके पर विश्व हिंदू परिषद के कैलाश विश्वकर्मा सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे.


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TMC सांसद के बयान के बाद और बढ़ गया विवाद


बता दें कि फिल्म निर्माता लीना मणि मेकलाई द्वारा निर्मित डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' के पोस्टर पर मां काली की जो तस्वीर दी गई है, उसपर विवाद छिड़ा हुआ है. इस विवाद पर टीएमसी सांसद के बयान ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया. सांसद ने कहा था कि मां काली के कई रूप हैं. वह मांस और मदिरा स्वीकार करने वाली हैं. दरसल, डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' के पोस्टर पर मां काली को सिगरेट पीते दिखाया गया है, जिसके बाद से ही कई हिंदू संगठनों ने फिल्म के पोस्टर का विरोध किया है.


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