बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान के बीच केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के संस्थापक जीतन राम मांझी ने महागठबंधन और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला. आईएएनएस से बातचीत में मांझी ने कहा कि तेजस्वी यादव ने खुद को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया, टिकट अपने मन से बांटे और राहुल गांधी को पूरी तरह किनारे कर दिया.
मांझी ने कहा कि अब जब राहुल गांधी वोट चोरी का आरोप लगा रहे हैं, तो यह साफ है कि उन्होंने पहले ही हार मान ली है. वैसे भी बिहार में महागठबंधन किसी भी हाल में नहीं चल पाएगा.
झूठे वादों से गुमराह नहीं होगी जनता- जीतन राम मांझी
जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार की जनता समझदार है और झूठे वादों से गुमराह नहीं होगी. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी का संविधान बचाओ अभियान सिर्फ एक दिखावा है. भारत में एसआईआर की बात करने वाले राहुल गांधी को पहले यह समझना चाहिए कि जनता अब उनके पुराने झूठों में नहीं फंसेगी. वे विदेश जाकर भारत के खिलाफ बोलते हैं और देश में लौटकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मृत मां पर भी टिप्पणी करने से नहीं चूकते है.
बाहरी उम्मीदवारों का चुनाव लड़ना अच्छा संकेत नहीं- मांझी
मांझी ने आगे कहा कि बिहार और झारखंड में कई बाहरी उम्मीदवार चुनाव लड़ने आ जाते हैं, जो लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है. यह लोकतंत्र की आत्मा पर प्रहार है. जो लोग बिहार की मिट्टी से नहीं जुड़े हैं, वे जनता का भरोसा कैसे जीतेंगे और जनता ऐसे लोगों को जवाब देगी.
छठ पर्व को नाटक कहना बिहार की अस्मिता का अपमान- मांझी
छठ पर्व को लेकर राहुल गांधी के बयान पर भी मांझी ने नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि छठ बिहार का सबसे पवित्र और लोक आस्था का पर्व है. इसे नाटक कहना बिहार की अस्मिता का अपमान है. जो लोग हमारी संस्कृति और परंपरा को नहीं समझते, उन्हें इस मिट्टी की राजनीति करने का कोई अधिकार नहीं है. अंत में मांझी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार तेजी से विकास कर रहा है और जनता इसका समर्थन दोहराएगी. बिहार अब जंगलराज नहीं, विकासराज चाहता है.