पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने इंडिया गठबंधन के संयोजक बनने से इनकार किया और जिस तरह से महागठबंधन में सीटों को लेकर पेंच फंस रहा है उसको देखते हुए कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं. एक चर्चा इन दिनों ये भी है कि नीतीश कुमार फिर से पलटी तो नहीं मारने वाले हैं? इसको लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संयोजक जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने गुरुवार (18 जनवरी) को बड़ी बात कह दी. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि नीतीश कुमार का पलटना तो फितरत में है, मुझे कोई दिक्कत नहीं है. नीतीश कुमार आरजेडी के दबाव से विचलित हो चुके हैं.


'हम लोग कोई ऑब्जेक्शन नहीं करेंगे'


जीतन राम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार का यह चरित्र रहा है. इसके लिए लालू यादव ने पलटूराम का बहुत अच्छा टाइटल दिया है. जब एक बार पलट कर अपना चरित्र समाज में दिखा दिया है तो दूसरी बार, तीसरी बार और चौथी बार में क्या दिक्कत है. हम समझते हैं कि वह अगर आते हैं यहां गठबंधन में तो भारतीय जनता पार्टी बड़ी पार्टी है और वह अगर उनको लेने की बात करती है तो हम लोग उसमें कोई ऑब्जेक्शन नहीं करेंगे.


आगे अपने बयान में जीतन राम मांझी ने कहा नीतीश कुमार ने कहा था कि वो तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाएंगे. ऐसा आश्वासन उन्होंने दिया था, लेकिन हम यह जानते थे कि नीतीश कुमार जीतन राम मांझी को नहीं रख सके तो वह किसी को अब मुख्यमंत्री नहीं बनाएंगे, जितना दिन तक निभा लें. आज राष्ट्रीय जनता दल के दबाव से नीतीश कुमार विचलित हैं और वह जगह खोज रहे हैं कि कैसे हम निकलें.


मांझी बोले- 'प्रधानमंत्री का दिखाया गया था सपना'


जीतन राम मांझी ने कहा कि यह नीतीश कुमार भी चाहते थे और उनको सब्जबाग दिखाया गया था कि वह प्रधानमंत्री के फेस होंगे, लेकिन पटना में ही लालू यादव ने राहुल गांधी से जब शादी करने और बारात जाने की बात कह दी थी तो उसी दिन मुख्यमंत्री को समझना चाहिए था. नीतीश कुमार ने समझने में देर कर दी है. 


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