पटना: महागठबंधन से अलग होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) की 'हम' पार्टी एनडीए (NDA) में शामिल हो गई है. वहीं, मंत्री रत्नेश सदा (Ratnesh Sada) संतोष मांझी (Santosh Manjhi) के कार्यकाल का जांच करवाने की बात कही है. इस पर शनिवार को जीतन राम मांझी ने कहा कि निकाल करके देखें. सबको हम साधुवाद देते हैं. कुंडली निकलेगी तो हम भी समझेंगे कि भाई क्या हम लोग की कुंडली में रखा है. वहीं, महागठबंधन में अनबन पर उन्होंने कहा है कि हम अब एनडीए में आ गए हैं तो हम चाहेंगे कि महागठबंधन में खटपट हो जाए और टूट हो जाए.

शिक्षा विभाग विवाद पर जीतन राम मांझी बोले

आईएएस केके पाठक और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के विवाद को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है कि कोई रंजिश और कोई साजिश नहीं है. शिक्षा विभाग को ठीक करने का बीड़ा केके पाठक ने उठाया है, बहुत सराहनीय काम किया है. शिक्षा के क्षेत्र में अगर काम नहीं होगा तो दिक्कत होगी. आज की जो शिक्षा की स्थिति है वह बहुत ही खराब है. ग्रामीण क्षेत्र में गरीब घर के पढ़ते बच्चे हैं, उन्हीं की शिक्षा की बात होती है. शहरों में बड़े घर के बच्चे तो पढ़ ही लेते हैं. केके पाठक इसलिए गरीबों के लिए अच्छा काम कर रहे हैं और शिक्षा विभाग में सुधारने का काम कर रहे हैं.

'नीतीश कुमार अफसरों के अनुसार शासन चला रहे हैं'

बिहार में अफसरशाही को लेकर 'हम' संरक्षक ने कहा कि आज पता चला है? जबसे नीतीश कुमार बिहार में सीएम बने हैं तब से अफसरों के अनुसार शासन चला रहे हैं. जनता के लाभ का कम ध्यान देते हैं. शराब नीति में कितना पैसा जा रहा है, बालू नीति में कितना किसान की क्षति हुई है. शराब नीति में कितने लोगों को जेल भेजा गया, उनको थोड़ी जानकारी नहीं है वह जान करके भी अनजान बनते हैं. बड़े-बड़े और छोटे-छोटे अधिकारी शराब और बालू में करोड़ों रुपये कमा रहे हैं. अफसर यही काम कर रहा है कि इसके तहत पैसा कमा रहा है. जनता जेल में सड़ रही है.

ये भी पढ़ें: Bihar: एक ओर सनकी अधिकारी और दूसरी ओर महासनकी', उपेंद्र कुशवाहा ने शिक्षा विभाग विवाद पर CM नीतीश को लताड़ा