Waqf Amendment Bill 2025: राज्यसभा में गुरुवार (04 अप्रैल, 2025) को पारित हुए वक्फ (संशोधन) विधेयक पर जेडीयू के राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि राज्यसभा में वास्तव में एक ऐतिहासिक विधेयक पारित हुआ है. बिल पास होने के बाद खासकर जो दान करते हैं गरीब और पसमादा मुसलमान है उनके लाभ के लिए काम होगा, जो पैसा है वो ठीक चैरिटी में जाएगा. मॉनिटरिंग ठीक तरह से होगी, जो गड़बड़ी हो रही थी उसमें सुधार होगा. ये मुसलमानों के फायदे के लिए हुआ है.

'इसका हश्र कृषि कानून जैसा न हो'

वक्फ संशोधन बिल राज्यसभा में पारित होने पर आरजेडी सांसद मनोज झा की भी प्रतिक्रिया आई है. पीटीआई से बातचीत के दौरान उनसे पूछा गया कि वक्फ अमेंडमेंट बिल पारित हो गया है इस पर उन्होंने कहा कि कैसे पारित हुआ वो भी देखिए. आंकड़ों की कहानी अपनी एक अलग होती है. हम सत्ता पक्ष से सिर्फ इतना कहना चाहेंगे कि गरुड़, अहंकार और अभिमान का जो सम्मिश्रण है. उनके अप्रोच में उसको त्यागे, बहुमत का मतलब ये नहीं है कि बुद्धि का पूरा का पूरा भंडार आपके पास ही है. इसी सदन में हमने फॉर्म लॉ पास होते देखा फिर उसे वापस होते भी देखा. उन्होंने कहा कि हम हाथ जोड़कर कहेंगे कि आकंड़े के प्रबंधन आपने कर लिए लेकिन लोगों के मन में अभी भी असंतुष्टि है. अगर उसे दूर नहीं किया तो इसका हश्र कृषि कानून जैसा न हो.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने क्या कहा?

इससे पहले वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर गुरुवार को बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की भी प्रतिक्रिया आई. उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन बिल को जब 2024 में लाया गया था तो इसे जेपीसी को अध्ययन करने के लिए दिया गया था. वक्फ पर कुछ लोगों का कब्जा था और कोई न्यायिक निगरानी नहीं रही थी. वक्फ संपत्तियों का अधूरा सर्वेक्षण कराया गया था. सभी के दिल में यही था कि वक्फ संपत्ति कानूनी दायरे में होनी चाहिए. इस देश में सभी को अधिकार है और अगर सभी को अधिकार है तो सभी को कानून के दायरे में भी रहना चाहिए.

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