JDU MLA Gopal Mandal News: जेडीयू के विधायक गोपाल मंडल एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार उन पर एक शिक्षक को धमकाने और मारपीट का आरोप लगा है. इस पूरे मामले में शिक्षक के आवेदन पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. आरोप है कि जेडीयू विधायक गोपाल मंडल ने एक शिक्षक के सीने में पिस्टल सटा दी और जबरन घर खाली कराने लगे.
इस पूरे मामले में सन्हौला के फरीदमपुर प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक सुनील कुमार कुशवाहा ने बरारी थाने में बीते मंगलवार (25 फरवरी) को आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई है. विधायक गोपाल मंडल, उदयकांत सिंह, आदित्य कुमार, समरजीत कुमार उर्फ छोटू और धर्मेश कुमार को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.
क्या है मामला?
शिक्षक सुनील कुमार कुशवाहा का कहना है कि वह 13 वर्षों से बरारी हाउसिंग कॉलोनी में अपना मकान बनाकर परिवार के साथ रह रहे हैं. 12 फरवरी की सुबह 10 बजे विधायक गोपाल मंडल, आदित्य कुमार सात अन्य लोगों के साथ हथियार के साथ उनके घर पर आए. गाली-गलौज की गई. धक्का-मुक्की की गई. घर में रहने वाले सभी किराएदार को हथियार सटाकर घर खाली करने के लिए कहा गया.
'लास्ट वार्निंग देने आए हैं…'
विधायक गोपाल मंडल ने उनके सीने में पिस्टल सटा दी. गालियां दी. कहा कि तुम्हारा समय पूरा हो गया है, घर खाली करो, नहीं तो पूरे परिवार को जान से मरवा देंगे. दोबारा 22 फरवरी की सुबह 9 बजे विधायक गोपाल मंडल, आदित्य कुमार, उदयकांत सिंह एवं उनके दो पुत्र समरजीत कुमार उर्फ छोटू और धर्मेश कुमार अन्य पांच लोगों के साथ हथियार के साथ पहुंचे और गाली देते हुए घर खाली करने के लिए कहने लगे. धर्मेश कुमार ने उनकी कनपटी पर हथियार सटाते हुए कहा कि लास्ट वार्निंग देने आए हैं. 24 घंटे के भीतर घर खाली कर दो.
क्या बोले गोपाल मंडल?
विधायक गोपाल मंडल ने मारपीट और धमकी की बात को गलत बताया है. उनका कहना है कि वे धमकी क्यों देंगे? मकान उनके साढ़ू के बेटे के नाम पर है. उन्होंने जमीन मालिक से एग्रीमेंट करवाया है, इसलिए उन्होंने सुनील से मकान खाली करने को कहा था. धमकी या मारपीट की बात गलत है.
रोहिणी आचार्य ने किया हमला
इस पूरे मामले में लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने हमला किया है. उन्होंने गुरुवार (27 फरवरी) को एक्स पर लिखा, "नीतीश कुमार जी ने अपने इस विधायक को गुंडई-लंपटई करने, दबंगई दिखाने, गोली-पिस्तौल लहराने की खुली छूट दे रखी है. आदतन अपराधी हैं विधायक और कानून-पुलिस-प्रशासन को अपने ठेंगे पर रखते हैं. ऐसे लोगों की एक बड़ी फौज है बिहार के सत्ताधारी खेमे में जो नीतीश कुमार जी की कुर्सी पर बने रहने की कमजोरी का नाजायज फायदा उठाते हुए अपनी समानांतर सरकार चलाते हैं. इन जैसों पर नीतीश कुमार जी का जीरो कॉम्प्रोमाइज वाला फॉर्मूला लागू नहीं होता. ये लोग नीतीश कुमार जी को ही कॉम्प्रोमाइजिंग मोड में रहने के लिए अक्सर मजबूर करते हैं."
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