बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आवास पर बुधवार को महागठबंधन कॉर्डिनेशन कमेटी की बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता तेजस्वी यादव ने की. इस बैठक में चुनाव में कैसा प्रदर्शन हो इस पर चर्चा हुई. इस पर जेडीयू कोटे के मंत्री जयंत राज ने तंज कसा है और कहा है कि उन लोगों को अपनी हार दिख रही है, तो लगातार बैठक कर रहे हैं.

महागठबंधन की बैठक पर मंत्री ने क्या कहा?

जयंत राज ने कहा कि आरजेडी एवं महागठबंधन के सभी दल के लोग घबराए हुए हैं. कहते हैं महागठबंधन, लेकिन ये लोग का ठगबंधन है. विधानमंडल सत्र में देखा गया कि किस तरह यह लोग अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे थे. इन लोग को लगता है की गाली देंगे तो सत्ता में आ जाएंगे, लेकिन बिहार की जनता सब कुछ देख रही है.

2025 में 225 लेकर आने का जो एनडीए का दावा है वह सिद्ध होगा. जनता इन लोगों के मंसूबे को समझ चुकी है. इस तरह की बैठक से कोई फायदा उन लोगों को होने वाला नहीं है. जयंत राज ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आशा का मानदेय 1000 से 3000 बढ़ाने एवं ममता दीदी की प्रोत्साहन राशि 300 से 600 कर दी है. मुख्यमंत्री की नजर सभी पर रहती है. उन्होंने कहा कि लंबे समय से उन लोगों की मांग हो रही थी.

'जब शराबबंदी हुई तो महागठबंधन की सरकार'

वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का बयान कि शराबबंदी की समीक्षा कराएंगे पर उन्होंने कहा कि जीवीका दीदीयों एवं बिहार की महिलाओं ने मुख्यमंत्री से शराबबंदी की बात कही थी और कहीं ना कहीं राजद ने भी उसका समर्थन किया था. 2016 में शराब बंद हुई थी, उस वक्त महागठबंधन की सरकार थी. उस वक्त तेजस्वी यादव ने क्यों नहीं समीक्षा करवाई. नीतीश कुमार ने महिलाओं की मांग पर शराबबंदी की घोषणा की थी और बिहार की महिलाएं तेजस्वी यादव के इरादे को समझ रही हैं और नीतीश कुमार के काम को भी समझ रही हैं.