केरल कांग्रेस ने ट्वीट कर बीड़ी और बिहार की तुलना की है. क्योंकि हाल ही में जीएसटी रिफॉर्म में बीड़ी पर टैक्स घटाया गया है. बीजेपी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए इसे बिहार और बिहारियों का अपमान करार दिया है. जेडीयू ने भी हमला बोला है.
जेडीयू सांसद संजय झा ने पोस्ट करते हुए इसका जवाब दिया. लिखा, "कांग्रेस की एक और अत्यंत शर्मनाक हरकत! आपको बता दें कि B से सिर्फ बीड़ी नहीं, बुद्धि भी होती है, जो आपके पास नहीं है! B से बजट भी होता है, जिसमें बिहार को विशेष सहायता मिलने पर आपको मिर्ची लगती है. बिहार का मजाक बनाने की नीचता कर कांग्रेस ने न केवल बिहारवासियों का फिर से अपमान किया है, बल्कि देश के गौरवशाली इतिहास और लोकतंत्र का भी मजाक बनाया है."
संजय झा ने आगे लिखा "इसी बिहार की पावन भूमि पर आदिशक्ति मां जानकी प्रकट हुई थीं. यहीं आकर भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था. स्वतंत्रता संग्राम के अनेक महान सेनानियों की भूमि बिहार ने ही देश को संविधान का पहला मसौदा और पहला राष्ट्रपति दिया है. इसी बिहार ने गांधी जी को राष्ट्रपिता बनाया. और हां, इसी बिहार की भूमि से संपूर्ण क्रांति का बिगुल भी फूंका गया था, जिसने कांग्रेस की तानाशाह सत्ता को उखाड़ फेंका था. यकीन मानिए, बिहार की महान जनता कांग्रेस द्वारा बार-बार किये जा रहे अपमान का करारा जवाब आगामी विधानसभा चुनाव में देगी. बीड़ी के धुएं से नहीं, वोट की चोट से".
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है. बिहारियों के ऐसे अपमान का जवाब पूरा देश देगा. बिहार मां भारती की संतानों के गौरव का प्रतीक रहा है. लोगों को यह ज्ञान नहीं है कि बिहार अखंड भारत का निर्माता रहा है, यह ज्ञान-विज्ञान की भूमि रही है और यह कई धर्मों की उद्गम भूमि है. बिहार पर सवाल उठाकर वे पूरे देश पर सवाल उठा रहे हैं. देश पर सवाल उठाने वाले देशद्रोही हैं. किसी भी राज्य पर सवाल उठाने वाले और उसका अपमान करने वाले मां भारती की संतान नहीं हो सकत. ऐसे लोग सजा के हकदार हैं, कार्रवाई होनी चाहिए."
बीजेपी के मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि "देश भर के कांग्रेस नेता और बिहार में राजद के सभी नेता बिहारियों का अपमान करने में आनंद लेते हैं. उन्हें बिहारियों और बिहारी गौरव को अपमानित करने में गर्व होता है. बिहार के लोग ऐसे सभी लोगों को सबक सिखाएंगे जो बिहारियों और उनके स्वाभिमान को चोट पहुंचाते हैं. राहुल गांधी और तेजस्वी यादव इस बारे में क्या कहेंगे, वे ही हैं जो उनसे यह सब कहलवाते हैं."