समस्तीपुर पहुंचे जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने रविवार को हसनपुर विधानसभा अंतर्गत बिथान के गांधी मैदान में आयोजित बिहार बदलाव सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ही आरजेडी प्रमुख लालू यादव के परिवार पर भी हमला किया.
'अभी तक अपने बच्चों के लिए वोट नहीं दिया'
उन्होंने कहा कि "बिहार के लोगों ने पीएम मोदी को मंदिर के लिए वोट दिया, वो बन गया. जाति के नाम पर वोट दिया तो नीतीश कुमार ने जाति गणना करा दी. पीएम मोदी बिहार के लोगों का वोट लेकर और देश भर का पैसा लेकर गुजरात और महाराष्ट्र में फैक्ट्री लगवा रहे हैं. आपने अभी तक अपने बच्चों के लिए वोट नहीं दिया. इसलिए आपके बच्चे इंटर, ग्रेजुएशन पास कर या तो बेरोजगार बैठे हैं या फिर गुजरात और महाराष्ट्र में जाकर उन्हीं फैक्ट्रियों में 10-12 हजार रुपये के लिए मजदूरी कर रहे हैं."
प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं पिछले 3 सालों से बिहार के गांव-गांव घूम रहा हूं. लोग कह रहे हैं कि 56 इंच सीना के लिए मोदी के लिए वोट दिए, लेकिन उनके अपने बच्चों का सीना 15 इंच का हो गया है. शरीर पर सूती कपड़ा या पैरों में चप्पल नहीं है. इसीलिए आपको अपने बच्चों की चिंता करनी है, कोई नेता आपके बच्चों की चिंता नहीं करेगा."
उन्होंने उदाहरण देते हुए समझाया कि "बिहार के लोगों को लालू जी से सीखना चाहिए कि बच्चों की चिंता क्या होती है लालू जी का बेटा 9वीं पास भी नहीं किया है, फिर भी वह चाहते हैं कि उनका बेटा राजा बने और दूसरी तरफ बिहार के लोग जिनके बच्चे मैट्रिक, बी.ए. (B.A), एम.ए. (M.A) कर चुके हैं, फिर भी उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है."
वहीं प्रशांत किशोर ने समस्तीपुर की जनता से बड़ा वादा करते हुए कहा कि छठ के बाद युवाओं को बिहार में ही 10-12 हजार रुपये का रोजगार, बुजुर्गों को 2000 रुपये मासिक पेंशन और बच्चों को निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा देंगे. प्रशांत किशोर ने कहा कि नवंबर में अगर जन सुराज की व्यवस्था वाली सरकार बनी तो छठ के बाद समस्तीपुर के युवाओं को मजदूरी करने के लिए अपना घर-परिवार छोड़कर नहीं जाना पड़ेगा. उन्हें यहीं बिहार में ही 10-12 हजार रुपये का रोजगार उपलब्ध करा दिया जाएगा.
जनता से प्रशांत किशोर के बड़े-बड़े वादे
उन्होंने यह भी कहा कि दिसंबर 2025 से 60 साल से अधिक उम्र के हर पुरुष और महिला को 2000 रुपये मासिक पेंशन दी जाएगी. साथ ही जब तक सरकारी विद्यालयों में सुधार नहीं हो जाएगा, तब तक आप अपने 15 साल से कम उम्र के बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाएं और उनकी फीस सरकार भरेगी. ताकि गरीब का बच्चा भी अंग्रेजी मीडियम स्कूल में पढ़ सके. उन्होंने जनता से अपील की कि उन्हें और उनके बच्चों को लूटने वाले नेताओं को वोट न दें. अगली बार अपने बच्चों के लिए वोट दें और बिहार में जनता का राज स्थापित करें.