मुंगेरः सोमवार की शाम जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवान विशाल का शव मंगलवार की रात मुंगेर पहुंचा. शव आने के बाद गांव में सन्नाटा पसर गया. वहीं कुछ युवा भारत माता की जय और वंदे मातरम का नारा लगाने लगे. मुंगेर के हवेली खड़गपुर प्रखंड क्षेत्र की नाकी पंचायत के नाकी गांव निवासी सरयुग मंडल का 30 वर्षीय पुत्र और सीआरपीएफ जवान विशाल कुमार जम्मू कश्मीर में आतंकियों के कायराना हमले में शहीद हो गए.


सोमवार की शाम विशाल के शहादत की सूचना गांव पहुंची तो सभी सन्न रह गए और गांव में मातम सन्नाटा पसर गया. आज बुधवार को विशाल का अंतिम संस्कार किया जाएगा. विशाल चार भाइयों में सबसे छोटा था. एक बड़ा भाई बीएमपी जवान है और एक भाई गांव में ही रहता है. विशाल के एक भाई की पिछले साल कोरोना से मौत हो गई थी.


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परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़


शहीद विशाल के बड़े साला घनश्याम कुमार ने कहा इस परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. वह देश के लिए शहीद तो हो गए मगर उनकी दो छोटी बच्चियों को कौन देखेगा, किसके सहारे चलेगी जिंदगी. उन्होंने मांग की और कहा कि देश की सरकार से इस कांड में जो दोषी है उसे ऐसी ही सजा दे. बिहार सरकार और केंद्र सरकार इस परिवार के लिए आगे भरण-पोषण की समुचित व्यवस्था करे.


विशाल के भाई ने कहा- मुझे फक्र है


विशाल के भाई चंद्रशेखर मंडल ने कहा कि अगर मेरा भाई शहीद हुआ है तो देश के लिए हुआ है. मुझे फक्र है. सरकार उन आतंकियों को भी इससे बड़ी सजा दे और देश से आतंकी को भगाए जिससे किसी पत्नी की मांग सूनी ना हो सके.


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