बक्सर: जिले के इटाढी थाना क्षेत्र अंतर्गत चिलीबिला मध्य विद्यालय में शुक्रवार को अचानक लगभग 25 से 30 बच्चों की तबीयत (Buxar News) बिगड़ने लगी और कुछ बच्चें मूर्छित होकर गिरने लगे. बताया जा रहा है कि फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत दवा खाने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी. हालत देख पूरी तरह से वहां अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया. ग्रामीणों और मौजूद शिक्षकों द्वारा 12 बच्चों को इलाज हेतु बक्सर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. अन्य बच्चों को इटाढ़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया, जहां डाक्टरों द्वारा प्राथमिक उपचार करने के बाद सभी बच्चों की हालत स्थिर बनी हुई है. वहीं, कुछ बच्चों की स्थिती बेहतर देख उन्हे घर भी भेज दिया गया. 


करीब डेढ़ सौ बच्चों को दवा खिलाई गई थी- शिक्षक


सदर अस्पताल में इलाजरत बच्चों ने बताया कि हमें दवा खिलाई गई. इसके बाद से ही चक्कर आने लगा और उल्टियां भी होने लगीं. सदर अस्पताल में बच्चों के साथ पहुंचे शिक्षक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि करीब डेढ़ सौ बच्चों को दवा खिलाई गई थी, जिसमें से 25 से लेकर 30 बच्चों की तबीयत अचानक खराब हो गई. इसमें 12 बच्चे को बक्सर सदर अस्पताल लाया गया है, बाकी का इलाज इटाढ़ी में हो रहा है.


सभी बच्चे अब बेहतर स्थिती में हैं- डॉक्टर 


वहीं, इस मामले को लेकर सदर अस्पताल में इलाज कर रहे डॉक्टर ने बताया कि अक्सर ये दवा खाने से ऐसी शिकायतें आती रहती हैं. सभी बच्चे अब बेहतर स्थिती में हैं. बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा फाइलेरिया उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत दो से पांच वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की एक गोली और एल्बेंडाजोल की एक गोली और 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की दो गोली व अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाती है. 15 वर्ष से अधिक के लोगों को डीईसी की तीन गोली व अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाती है. इस अभियान को सफल बनाने को लेकर जीविका और शिक्षा विभाग के साथ-साथ पीसीआई की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई हैं.


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