हाजीपुर: बिहार में शिक्षा विभाग इन दिनों सख्त है. अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) के आने के बाद से सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था कैसे और बेहतर हो इसको लेकर नियम बनाए जा रहे हैं. स्कूलों में 75 फीसद उपस्थिति को अनिवार्य कर दिया गया है. इसी अनिवार्यता को लेकर जब छात्राएं स्कूल पहुंचने लगीं तो कक्षा में बैठने की जगह भी नहीं मिल रही है. जब क्लास में ठसमठस भीड़ होने लगी तो छात्राओं ने मंगलवार (12 सितंबर) को खूब बवाल किया. पूरा मामला हाजीपुर के महनार प्रखंड के बालिका उच्च विद्यालय का है.


छात्रा के साथ पुलिसकर्मी भी जख्मी


आक्रोशित छात्राएं मंगलवार को सड़क पर उतर गईं. स्कूल के बाहर हंगामा करने लगीं. बीईओ की गाड़ी के शीशे को तोड़ दिया. ईंट-पत्थर चलाए. आरोप है कि छात्राओं को शांत कराने पहुंची पुलिस ने विरोध करने वाली छात्रा की पिटाई कर दी जिसके बाद बवाल और बढ़ गया. छात्राओं ने पुलिस पर भी हमला किया. कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोट लगी. जख्मी स्कूली छात्रा को इलाज के लिए एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया.



कई दिनों से नाराज थीं स्कूल की छात्राएं


घटना को लेकर बताया जा रहा है कि स्कूल में पिछले कई दिनों से भीड़ हो रही थी. भारी संख्या में छात्राएं पहुंच रहीं थीं, लेकिन सही तरीके से बैठने के लिए टेबल और बेंच की व्यवस्था नहीं थी. इसके चलते कई दिनों से छात्राएं नाराज थीं. प्रदर्शन और हंगामे की बात सुनकर मौके पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और स्थानीय थाने की पुलिस पहुंची थी.



इस पूरे मामले पर महनार एसडीओ नीरज कुमार सिन्हा ने बताया कि महनार प्रखंड अंतर्गत बालिका उच्च विद्यालय की छात्राओं ने विरोध किया था. स्कूल में बैठने की व्यवस्था को लेकर परेशानी है. इसे जल्द ठीक किया जाएगा. दो शिफ्ट में स्कूल चलाने का प्रयास किया जाएगा. मीटिंग कर इसका फैसला किया जाएगा. सड़क जाम कर विरोध करने वाली छात्राओं को समझा लिया गया है. 


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