मोतिहारी/बगहा/अररिया: वाल्मीकिनगर गंडक बराज (Valmiki Nagar Gandak Barrage) से लगातार पानी छोड़े जाने से बिहार में गंडक समेत कई नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. गंडक में बढ़ते पानी के कारण मोतिहारी के संग्रामपुर व केसरिया प्रखंड के लोगों को चिंता सताने लगी है. दूसरी तरफ लालबकेया एवं बागमती का जलस्तर बढ़ने से पताही प्रखंड में बाढ़ आने की संभावना को लेकर लोगों में बेचैनी बढ़ी हुई है.


पूर्वी चंपारण जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने बाढ़ की स्थिति को देखते हुए बाढ़ से निपटने की तैयारी में जुटे हैं. जिलाधिकारी ने सभी कार्यपालक अभियंता, अंचल अधिकारी और अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि संभावित बाढ़ की स्थितियों को देखते हुए सभी तटबंधों का निरीक्षण करें, बाढ़ की संभावना से निपटने के लिए रखे गए बालू के बोरों का भौतिक सत्यापन करें और 24 घंटे के अंदर अंचल वार प्रतिवेदन भेजना सुनिश्चित करें.


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बगहाः 2,21,000 क्यूसेक पानी किया गया डिस्चार्ज


गुरुवार की सुबह 11 बजे की रिपोर्ट के अनुसार, वाल्मीकिनगर के गंडक बराज से 2,21,000 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है. बगहा, रामनगर और वाल्मीकिनगर के जितने निचले इलाके हैं वहां घरों में पानी के घुस जाने की संभावना है. अगर नेपाल में बारिश होती रही और जलस्तर में बढ़ोतरी होती है तो लोगों को घर छोड़ना पड़ सकता है.


पीरगंज पुल पर खतरा


सिकटी प्रखंड स्थित पीरगंज पुल पर नदी के कटाव के कारण खतरा मंडरा रहा है. सांसद ने कटाव का निरीक्षण किया. अधिकारियों को ठोस उपाय करने का निर्देश दिया ताकि लोगों को कम से कम नुकसान पहुंचे. सांसद ने कटाव के जद में आने वाले स्कूल को बचाने और गांव वासियों को उपयुक्त सुविधा उपलब्ध कराने की बातें कही. सीओ और बीडीओ को कहा कि शीघ्र फ्लड फाइटिंग का काम शुरू करें. बकरा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से दो स्थानों पर कटाव जारी है. सांसद ने चिह्नित दोनों स्थानों पर कटाव रोकने के लिए मुकम्मल इंतजाम कराने की बात कही.


नेपाल के पानी से अधिक खतरा


सांसद ने बताया कि नेपाल के तराई और जल अधिग्रहण क्षेत्र में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है. नदियां उफान पर हैं. नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र से पानी के छोड़े जाने के कारण नूना और बकरा समेत अन्य नदियां उफनाने लगी हैं. इस जिले में नेपाल से आने वाले पानी से अधिक खतरा रहता है.


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