सीतामढ़ीः जिले में कोरोना के केस धीरे-धीरे कम होने से प्रशासन और आमलोग राहत की सांस ले ही रहे थे कि अब ब्लैक फंगस के नाम से उन्हें चिंता सताने लगी है. जिले में बुधवार को ब्लैक फंगस का पहला केस सामने आने के बाद लोगों की टेंशन बढ़ने लगी है. इधर, पहले मरीज की जांच के बाद चिकित्सक ने बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया है.


एंडोस्कोपी से जांच में ब्लैक फंगस के लक्षण मिले


बताया जाता है कि बुधवार को जिले के एक निजी अस्पताल में 52 वर्षीया महिला इलाज के लिए पहुंची. उसने ईएनटी सर्जन डॉ. प्रवीण कुमार सिंह को पहले बताया कि उसका पूरा मुंह नहीं खुल रहा है. फिर उसने चेहरे के दाहिने हिस्से में सुन्न होने की बात कही. डॉक्टर अभी बताए गए दोनों लक्षणों पर कुछ सोचते और कहते ही कि महिला मरीज ने दाहिने आंख से कम दिखने की भी शिकायत की.


महिला ने यह भी बताया कि स्किन पर पसीना आता है, जो ठंडा लगता है. इसके बाद बारीकी से लक्षणों की जांच की गई. इसके लिए महिला का एंडोस्कोपी से जांच भी की. उन्होंने पाया कि ब्लैक फंगस के कई लक्षण महिला मरीज में हैं. लक्षणों के आधार पर चिकित्सक ने उक्त मरीज को पटना रेफर कर दिया.


ब्लैक फंगस के मरीजों की आसानी से पहचान


ईएनटी सर्जन डॉ. प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि महिला मरीज में ब्लैक फंगस के सारे लक्षण मिले हैं. यह भी बताया कि ब्लैक फंगस की जांच के लिए कोई तकनीक अभी नहीं है. हालांकि लक्षण से बड़ी आसानी से ब्लैक फंगस के मरीजों की पहचान हो जाती है और ये जानलेवा भी है.


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