'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान बीते मंगलवार (19 अगस्त, 2025) को नवादा में जिस थार पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव सवार थे उसके चालक ने भीड़ में एक पुलिस के पैर पर गलती से गाड़ी चढ़ा दी थी. इस मामले में घायल पुलिसकर्मी ने थार के चालक पर एफआईआर दर्ज कराई है.
19 तारीख को ही घायल पुलिसकर्मी (सिपाही) ने नवादा के नगर थाने में आवेदन दिया था. इसमें उसने बताया है कि अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के अंगरक्षक के रूप में उसकी तैनाती है. 19 तारीख को 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान भगत सिंह चौक पर वह विधि-व्यवस्था संधारण ड्यूटी कर रहा था.
चालक के खिलाफ की कार्रवाई की मांग
सिपाही ने आवेदन में लिखा है, "समय दोपहर के 12 बजे के करीब राहुल गांधी का कार्यक्रम समाप्त हुआ, जिसमें भीड़ के चलते वह गिर गया. इस दौरान काले रंग की थार गाड़ी के चालक ने उसके पैर पर गाड़ी चढ़ा दी. इससे उसके बाएं पैर में चोट लग गई और वह टूट गया." सिपाही ने चालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. घायल सिपाही का नाम महेश कुमार है. उसका इलाज चल रहा है.
…तो पुलिसकर्मी ने नहीं बताई सच्चाई?
बता दें कि घटना के दिन का वीडियो सामने आया था. इस वीडियो में साफ दिख रहा था कि थार पर तेजस्वी यादव, राहुल गांधी, दीपांकर भट्टाचार्य आदि सवार थे. इसी दौरान भीड़ में थार से एक पुलिसकर्मी को टक्कर लग गई थी. लोग गाड़ी को पीछे करने के लिए चिल्लाने लगे थे. सिपाही का पैर का हिस्सा टायर के नीचे आ गया था. वीडियो में लोग उसे बचाते दिख रहे थे. सवाल उठ रहा है कि आवेदन में घायल पुलिसकर्मी ने यह क्यों कहा कि कार्यक्रम समाप्त होने के बाद यह घटना हुई है जबकि राहुल गांधी और तेजस्वी समेत तमाम नेता घटना के दौरान भगत सिंह चौक पर पहुंचने ही वाले थे. यहीं पर कार्यक्रम होना था. उससे पहले ही घटना हुई है.