पटना: जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) इन दिनों बिहार की राजनीति में चर्चा में हैं. दिल्ली एम्स (Delhi AIIMS) में भर्ती के दौरान बीजेपी (BJP) के नेताओं ने कुशवाहा से मुलाकात कर हलचल तेज कर दी. चर्चा है कि बीजेपी में जाएंगे. हालांकि खुद उपेंद्र कुशवाहा ने माना कि वह जेडीयू में अब तक 100 फीसद सफल नहीं हो पाए हैं. रविवार को एबीपी न्यूज़ ने उपेंद्र कुशवाहा से एक्सक्लूसिव बातचीत की है. जानिए बड़ी बातें.


एम्स में भर्ती के दौरान जेडीयू के लोगों ने मुलाकात नहीं की. नीतीश कुमार ने भी मीडिया से कहा कि उन्होंने सुना है कि उपेंद्र कुशवाहा की तबीयत खराब है. मिलेंगे तो पूछ लेंगे. सीएम के बयान से जुड़े इस सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि देखिए ऐसा नहीं है. हम एम्स में एडमिट थे. वह भी 100 फीसद जिंदा लेकिन बिहार में पोस्टमार्टम हो रहा था. जहां तक मुख्यमंत्री से बातचीत का मामला है या जो कुछ भी उन्होंने कहा है तो जरूरत पड़ेगी तो बात हो जाएगी. 


क्या नीतीश ने हालचाल जाना? इस पर कुशवाहा ने कहा कि हो सकता है कि जब तक उनको जानकारी मिली होगी उस वक्त हम अस्पताल से बाहर आ गए हों. हम बीमार भी नहीं थे. हम एक तरह से चेकअप में थे इसलिए हालचाल ली जाए ऐसी कोई आवश्यकता नहीं थी.


हमारी पार्टी भी बीजेपी में गई और आई...


उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मेरे बारे में बात हुई थी कि दो-तीन बार आए-गए, तो देखिए आदमी हो या पार्टी हो, आदमी के या पार्टी के राजनीतिक जीवन में इस तरह की बात कोई उपेंद्र कुशवाहा के साथ थोड़ी हुई है. हमारी पार्टी खुद दो-तीन बार बीजेपी के संपर्क में गई फिर बाहर आई. यह तो किसी के राजनीतिक जीवन में हो सकता है. यह बिल्कुल नॉर्मल है.


सीएम नीतीश के बयान पर क्या कहा?


एक सवाल पर कि जिस तरह से तबीयत खराब पर सीएम नीतीश कुमार का जवाब आया कि बात कर लेंगे, तो ऐसा लगता है कि आप वाकई बीजेपी में जा रहे हैं? आपका कोई नोटिस नहीं ले रहा है. कह रहा है कि ठीक है बात कर लेंगे कोई मन में बात होगी तो. इसका जवाब देते हुए कुशवाहा ने कहा कि हमने भी मीडिया के माध्यम से सुना है. अब सही-सही बात की जानकारी जब तक नहीं होगी कि नीतीश कुमार क्या सोच रहे हैं तब तक हम क्या बोलेंगे. 


उपेंद्र कुशवाहा पार्टी में अब घुटन महसूस कर रहे हैं. बीजेपी में आते हैं तो स्वागत है. बीजेपी के इस बयान पर हंसते ही कुशवाहा ने कहा कि ये बात बीजेपी के लोगों को कैसे पता चलता है कि कौन व्यक्ति कहां घुटन महसूस कर रहा है? जो उनके दरवाजे पर खड़ा है उनका स्वागत करें.


आपको पार्टी से ठेस नहीं लगी?


आपको चोट लगती है कि आप जिस पार्टी में दो साल से हैं और आप एम्स में भर्ती हैं, रूटीन चेकअप के लिए ही, ट्विटर पर, फेसबुक पर सबको पता है. आपको ठेस नहीं लगी? कुशवाहा ने कहा कि वह कुछ कहेंगे तो उसका अर्थ दूसरे हिसाब से लग जाएगा. आप कब तक इंतजार करेंगे गलत अर्थ को सही बनाने में तो कहा कि इंतजार का क्या मतलब है. बिहार के लोग जिनके लिए समता पार्टी बनी थी. शुरुआती दौर में लव-कुश, फिर अतिपिछड़ा या सवर्ण समाज के लोग, दलित, महादलित समाज के लोगों ने समर्थन किया. तो सब लोगों के हित के लिए उनके अरमान जो जुड़े हैं उसके साथ खड़े हैं.


अभी तक मैं सफल नहीं हो पाया: कुशवाहा


एक सवाल पर कि आपको दो साल बताने में लग गया कि आप जेडीयू में हैं. इस पर कहा कि दो साल क्या अभी तक हम 100 प्रतिशत सफल नहीं हुए हैं. नहीं तो मुख्यमंत्री को मीडिया का माध्यम नहीं बताना पड़ता. मीडिया से कह रहे हैं कि उपेंद्र कुशवाहा से कह दीजिए बात कर लेंगे. मुझे लगता है कि अगर उसमें हम सफल हो गए रहते तो यह कहने की जरूरत सीएम को नहीं होती. आवश्यकता के अनुसार आदमी चीजों को देखता है. आप बीजेपी में जाएंगे? इस पर कहा कि जीवन में उपेंद्र कुशवाहा भारतीय जनता पार्टी में नहीं जा सकता है. यह बात 100 फीसद से ज्यादा तय है. 


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