जेडीयू के मंत्री अशोक चौधरी के खिलाफ जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं. अशोक चौधरी ने भी पीके के खिलाफ मानहानि का केस किया है. इस बीच बीते बुधवार (24 सितंबर, 2025) को जेडीयू के मंत्री ने एबीपी न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत की. उन्होंने अपनी बात रखी.
अशोक चौधरी ने कहा, "प्रशांत किशोर ने मुझ पर तीन आरोप लगाए. पहला कि हमने अपनी बेटी के नाम पर बेनामी संपत्ति ली है, तो जिस संपत्ति का पिछले साल अप्रैल में इलेक्शन की घोषणा में जानकारी दी गई वो बेनामी कैसे है? जब हमने अपने पैसे से उसने (बेटी) अपने पैसे से खरीदा है, ये बेनामी कैसे है? किसी के बोल देने से कोई संपत्ति नामी और बेनामी तो नहीं हो सकती."
'पटना में एक कट्ठा भी जमीन…'
अशोक चौधरी ने कहा, "दूसरी बात कि करोड़ों रुपये का लेनदेन हुआ है, तो अकाउंट नंबर बता दीजिए. हो सकता है मेरी पत्नी कर रही हो, मुझे इसकी जानकारी नहीं हो. तीसरा उन्होंने (प्रशांत किशोर) कहा कि इन्होंने बहुत सारी संपत्तियां खरीदी है तो बता दें कि संपत्ति कौन सी है? पटना में एक कट्ठा भी जमीन मेरे नाम सो होगा तो मैं प्रशांत किशोर जी की गुलामी करूंगा."
प्रशांत किशोर को आड़े हाथों लेते हुए जेडीयू नेता ने कहा कि आरोप तो उन्होंने लगा दिया. आरोप को साबित करने का क्या तरीका है? मैं भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहता कि नहीं ये सब गलत है. इससे अच्छा है हमने कोर्ट में केस कर दिया.
'हर साल हम रिटर्न फाइल करते हैं'
इस सवाल पर कि पीके ने कहा है कि अशोक चौधरी एक बार और तैयार रहें. फिर बड़ा बम वो फोड़ेंगे. इस पर अशोक चौधरी ने कहा, "कोई दिक्कत नहीं है. हर साल हम रिटर्न फाइल करते हैं. हर साल एक जनवरी को मुख्यमंत्री जी संपत्ति की डिटेल लेते हैं. हर मंत्री को देना होता है. तो हम सब करते हैं."
100 करोड़ के मानहानि नोटिस पर अशोक चौधरी ने हंसते हुए कहा कि अब उन्होंने (प्रशांत किशोर) 200 करोड़ का क्लेम कर दिया तो अब हम 50 लाख और एक करोड़ का केस करने जाते तो ठीक नहीं रहता न. हमने भी मान लिया कि हमारी इज्जत और प्रतिष्ठा 100 करोड़ की है.