कटिहार के कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 5 साल में 1 करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार देने का फिर से वादा किया है. इस पर सियासत शुरू हो गई है. विपक्ष कह रहा है कि पहले पुराने वादे को पूरा करें. नीतीश कुमार ने फिर से नया वादा कर दिया है.

नौकरी के मुद्दे पर क्या बोली जेएसपी?

एक करोड़ नौकरियों का पुराने वादे अब भी अधूरे हैं. जनसुराज पार्टी का कहना है कि नीतीश ने अभी तक इतने वादे कर दिए हैं कि 33000 करोड़ चाहिए. कैसे पूरे होंगे ये वादे. या फिर ये सिर्फ चुनावी वादे हैं? 

नौकरी के मुद्दे पर बीजेपी ने क्या कहा?

वहीं बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि सीएम नीतीश ने जो भी वादे अब तक किए हैं उसको पूरा करने का काम किया है. पिछले चुनाव में नीतीश ने 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी और 10 लाख रोजगार देने का वादा किया था. इस वादे पर खड़े उतरे.

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि अब आने वाले पांच साल में एक करोड़ रोजगार दिए जाएंगे. विपक्ष को यह बात समझ में नहीं आ रही है कि जनता से जो वादे किए जाते हैं, उसको पूरा भी किया जाता है. महिला रोजगार योजना के तहत महिलाओं को 10 -10 हजार रुपए दिए गए हैं. 

क्या बोले जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा?

जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि सीएम नीतीश ने अब तक जो भी कहा है, करके दिखाया है. नीतीश कुमार को जनता उनके वादों के लिए नहीं निश्चय के लिए जानती है. सात निश्चय एक दो के माध्यम से उन्होंने बिहार को बहुआयामी योजनाएं दी हैं. बिहार में दिए गए सरकारी नौकरियों की चर्चा देश में होती है. लाखों लोगों को पटना के गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र बांटे गए. लाखों लोगों को रोजगार भी दिया गया.

अभिषेक झा ने कहा कि पांच वर्षों में नीतीश कुमार ने 50 लाख नौकरी और रोजगार देने के वादे को पूरा किया है. आने वाले पांच सालों में एक करोड़ लोगों को नौकरी रोजगार दिए जाएंगे. नीतीश पर लोगों को भरोसा है. आरजेडी पर हमला करते हुए कहा कि जो लोग नौकरी के बदले जमीन लेते थे, उन पर जनता को भरोसा नहीं.

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