Voter List Verification: बिहार में अक्टूबर नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. निर्वाचन आयोग ने सूबे में शनिवार से वोटर लिस्ट पुनरीक्षण कार्यक्रम शुरु कर दिया है. बीएलओ (बूथ लेवल अफसर) हर घर तक पहुंचकर लोगों को फॉर्म भरने में मदद कर रहे हैं. शनिवार को भोजपुर, जमुई, कटिहार, रोहतास में बीएलओ घर-घर जाकर फॉर्म बांट रहे हैं और लोगों की सहायता भी फॉर्म भरने में कर रहे हैं.

काम के लिए बीएलओ की संख्या बढ़ाई गई 

इस काम को गति देने के लिए निर्वाचन आयोग ने बीएलओ की संख्या बढ़ा दी है. पहले से मौजूद 77,895 बीएलओ (बूथ लेवल अफसर) के अलावा अब 20,603 नए बीएलओ को और तैनात किया गया है. 1 लाख से अधिक स्वयंसेवक, विशेष रूप से वृद्ध, दिव्यांग, बीमार और वंचित वर्ग के मतदाताओं की मदद के लिए तैनात हैं.

सभी राजनीतिक दलों ने अब तक 1,54,977 बूथ स्तरीय एजेंट (BLA) नियुक्त किए हैं. 243 विधानसभा क्षेत्रों में 7.89 करोड़ से अधिक मतदाता विशेष पुनरीक्षण प्रक्रिया के अंतर्गत आ रहे हैं. संविधान के अनुच्छेद 326 के अनुसार 1 अगस्त 2025 तक 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके सभी पात्र भारतीय नागरिक मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए पात्र हैं.

वोटर लिस्ट की विशेष गहन पुनरीक्षण की घोषणा 

निर्वाचन आयोग ने वोटर लिस्ट की निष्पक्षता और शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए देश के छह राज्यों में विशेष गहन पुनरीक्षण की घोषणा की है. इसकी शुरुआत बिहार से की जा रही है. आयोग का मुख्य उद्देश्य फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मतदाता सूची में शामिल हुए अवैध विदेशी प्रवासियों को बाहर करना है.

यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है, जब कई राज्यों में बांग्लादेश और म्यांमार से आए अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है. बिहार में पिछली बार विशेष गगन पुनरीक्षण 2003 में किया गया था.

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