Bihar News: पूरे देश में 7 मई को सायरन बजाने का ऐलान किया गया है. इस पर लालू प्रसाद यादव की लाडली बेटी रोहिणी आचार्य ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डंकापति लिखते हुए एक्स पर पोस्ट किया कि "शोले के वीरू से भी बड़े ड्रामेबाज़ हैं अपने 'डंकापति'. ड्रामे करने करवाने से ज्यादा की उम्मीद डंकापति जी से मत रखिए". उनके इस पोस्ट के बाद बिहार में बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है.
'लालू की बेटी होने से क्या होता है?'
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने सवाल कर दिया कि "कौन हैं रोहिणी आचार्य? भारत की हैं कि विदेश की रहने वाली हैं. इसके साथ ही पूरे लालू परिवार पर हमला करते हुए कर कहा कि शर्म की बात है." दिलीप जयसवाल ने पत्रकारों से पूछते हुए कहा कि रोहिणी आचार्य किस देश की है, लालू की बेटी होने से क्या होता है?
दिलीप जायसवाल ने पूछा कि "हमारी बेटी कौन है? यहां कोई नाम जानता है तो लालू की बेटी का नाम लोग क्यों जानता हैं, दिलीप जायसवाल ने कहा कि मेरी बेटी का नाम भी मीडिया जानता तो मुझे खुशी होती, इसका मतलब है कि लोग बेटा बेटी का नाम बढ़ाने के लिए राजनीति करते हैं यही तो शर्म की बात है. नेतागिरी में जिसके बेटा-बेटी का नाम बिहार जान रहा है तो समझ सकते हैं कि उस राजनीति में समाजवाद नहीं परिवारवाद है."
दरअसल रोहिणी आचार्य ने एक पोस्ट करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पर हमला किया था और कोरोना का समय की याद दिलाई. लिखा कि "महामारी के दौरान लाखों लोग मर रहे थे, मगर डंकापति ने समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने, लोगों की जान बचाने के लिए उपाय और इंतजामात करने के बजाए लोगों से थाली-बर्तन पिटवा दिया. दिवाली मनवा दी. उड़नखटोले से फूलों की बारिश करवा दी."
रोहिणी आचार्य पर जायसवाल का निशाना
उन्होंने कहा, "अब जब पहलगाम हमले के 13 दिन बीतने को हैं, तो आतंकियों और आतंकियों को संरक्षण देने वालों पर सीधी कार्रवाई करने से बचते हुए पूरे देश में सायरन बजवा कर खौफ-भय का माहौल कायम करने जा रहे हैं. अब इसी पोस्ट को लेकर दिलीप जायसवाल ने रोहिणी आचार्य के भारतीय होने पर ही सवाल खड़ा कर दिया है."
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