Badal Murder Case: सासाराम में हुए चर्चित बादल हत्याकांड की जांच के लिए सीआईडी की विशेष टीम शुक्रवार को सासाराम पहुंची थी. तीन डीएसपी के नेतृत्व में टीम ने पुरानी जीटी रोड स्थित घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया. इस दौरान सासाराम एसडीपीओ दिलीप कुमार, नगर थानाध्यक्ष राजीव रंजन राय और नासरीगंज थानाध्यक्ष जो पूर्व में इस केस के आईओ रह चुके हैं, मौजूद रहे. हालांकि आला अधिकारियों की ओर से मामले को लेकर कोई ठोस जवाब नहीं मिला. 

डीआईजी ने नहीं दिया मीडिया का जवाब

जांच के दौरान डीआईजी ने घटनास्थल और आस-पास के परिसर का बारीकी से निरीक्षण किया. उन्होंने लगभग एक घंटे तक रोहतास एसपी, सदर एसडीपीओ और नगर थानाध्यक्ष से पूरे मामले की जानकारी ली. हालांकि, डीआईजी ने मीडिया के सामने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि यह मामला अभी अनुसंधान के चरण में है और फिलहाल कुछ भी कहना उचित नहीं होगा. 

वहीं रोहतास एसपी रौशन कुमार ने बताया कि इस हत्याकांड से संबंधित तीन केस दर्ज हैं. इनकी जांच बिहार पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार सीआईडी को सौंपी गई है. पुलिस मुख्यालय ने 31 दिसंबर 2024 को सीआईडी को जांच का जिम्मा सौंपा था. लगभग दस दिन बाद टीम ने मौके पर पहुंचकर अपनी कार्रवाई शुरू की. इस घटना में तत्कालीन यातायात डीएसपी आदिल बिलाल और उनके अंगरक्षक चंद्रमौली नागिया को मुख्य आरोपी बताया गया है. 27 दिसंबर 2024 की रात हुए गोलीबारी में बादल नामक युवक की मौत हो गई थी.

घटना पर स्थानीय की क्या है प्रतिक्रिया 

बता दें कि इस हत्याकांड को लेकर स्थानीय जनता में आक्रोश व्याप्त है. लोग दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं, घटना ने पुलिस प्रशासन और कानून-व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. हालांकि लोगों को सीआईडी की जांच का भी इंतेजार है. अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि सीआईडी की जांच इस मामले में क्या नए तथ्य उजागर करती है और क्या आरोपियों को न्याय के कटघरे में लाया जा सकेगा?

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