पटना: केंद्रीय चयन पर्षद द्वारा रविवार (01 अक्टूबर) को सिपाही भर्ती की परीक्षा ली गई थी. 21,391 पदों के लिए यह परीक्षा हो रही है. अगली परीक्षा सात अक्टूबर को होनी है. पहले दिन की परीक्षा को लेकर पेपर लीक की भी खबर सामने आई थी. सोशल मीडिया पर अलग-अलग दावे भी किए जा रहे थे. इन सबके बीच विभाग का बड़ा बयान सामने आया है. सोमवार (02 अक्टूबर) की शाम सिपाही भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष एसके सिंघल (SK Singhal) ने दावा किया कि पेपर लीक नहीं हुआ है.


एसके सिंघल ने कहा कि एक अक्टूबर को आयोजित हुई सिपाही भर्ती परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि एक अक्टूबर को आयोजित की गई परीक्षा पूरी तरह से कदाचार मुक्त हुई थी. हालांकि पूरे बिहार में 529 परीक्षा केंद्रों से कदाचार में लिप्त करीब 125 से अधिक अभ्यर्थियों को पटना सहित बिहार के विभिन्न जिलों से गिरफ्तार किया गया है.


परीक्षा केंद्र पर काम नहीं करेगा कोई गैजेट


पेपर लीक की खबर को लेकर सिपाही भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष एसके सिंघल ने कहा कि केंद्रीय चयन आयोग ने एक ऐसा डिवाइस तैयार किया है जो परीक्षा सेंटर पर ले जाने वाले तमाम तरह के इलेक्ट्रॉनिक सामान के सिग्नल को ब्लॉक कर देता है. परीक्षा केंद्र में सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट पूरी तरह से निष्क्रिय हो जाएंगे.


कंकड़बाग स्थित कॉलेज से पेपर लीक की खबर


बता दें केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) की ओर से ही सिपाही भर्ती परीक्षा ली जा रही है. पटना के कंकड़बाग स्थित द्वारिका कॉलेज से दूसरी पाली में छह अभ्यर्थियों को पकड़ा गया था. इनमें से पांच के पास से जो आंसर मिले वो प्रश्न पत्र में दिए गए सवाल से मैच कर रहे हैं. इसी को लेकर कहा जा रहा है कि पेपर लीक हो गया है.


अलग-अलग जिलों में 61 एफआईआर दर्ज


बता दें सिपाही भर्ती परीक्षा में हुई अनियमितता व कदाचार के संबंध में अब तक इस मामले में 61 प्राथमिकी विभिन्न जिलों में दर्ज की गई है. आर्थिक अपराध इकाई ने जांच को टेकओवर किया है. अब तक 125 गिरफ्तारियां हुई हैं.


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