Vijay Kumar Sinha: बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने विपक्ष पर जोरदार निशाना साधा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को उन्होंने एक सलाह दी है कि जब अपने पिता के रास्ते से हटकर अपराध, आतंकवाद, उग्रवाद, भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़े हो जाएंगे, उस दिन इनसे जुड़ी आधी घटनाएं समाप्त हो जाएंगी. विजय सिन्हा मंगलवार (29 अप्रैल) को वैशाली में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.

विजय सिन्हा ने कहा कि आरजेडी की मानसिकता के लोगों के संरक्षण के कारण यह चारों बीमारियां राज्य और देश के अंदर जीवित हैं. कांग्रेस के समर्थन मिलने के कारण यह पुष्ट होता है और इन दोनों पार्टियों के तुष्टीकरण की राजनीति से कहीं न कहीं यह बीमारी महामारी में बदल गई है. 

'लोगों को नायक चाहिए, खलनायक नहीं चाहिए'

इस साल (2025) के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने साफ कहा कि जो भी 'सोने के चम्मच' लेकर पैदा हुए हैं, माता-पिता की पहचान से राजनीति में हैं, ऐसे लोग सत्ता में नहीं आएंगे. राजनीति में सबको स्वतंत्रता है, लेकिन जो नेता जनता को बरगलाता है, उसे जनता अपना विश्वास और आशीर्वाद नहीं देती है. जो जमीन पर सेवा के भाव से काम करेगा, उसे जनता सत्ता देगी. आज लोगों को नायक चाहिए, खलनायक नहीं चाहिए.

एक सवाल के जवाब में विजय सिन्हा ने कहा कि न्यायालयों का बीजेपी सम्मान करती है. बीजेपी संविधान को राष्ट्र का सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथ के रूप में लेकर चलती है. उन्होंने इशारों-इशारों में बिना कांग्रेस के नाम लिए कहा कि कुछ लोग संविधान को अपनी नौटंकीबाजी का हिस्सा बनाते हैं. बीजेपी संवैधानिक संस्थाओं का भी सम्मान करती है और संविधान का भी सम्मान करती है. 'महागठबंधन' के लोग संविधान की किताब लेकर संवैधानिक संस्थाओं का भी अपमान करते हैं और संविधान का भी मजाक उड़ाते हैं।

बीजेपी नेता ने कहा, "कांग्रेस ने ही देश में आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की धज्जी उड़ाई थी. बीजेपी हमेशा राष्ट्रधर्म के भाव से काम करती है. वक्फ संशोधन कानून की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि संसद में वोटिंग कर जो कानून पास हुआ, उसका विरोध करना लोकतंत्र का मजाक है."

यह भी पढ़ें- पहलगाम हमले पर RJD ने BJP को किया टारगेट, 'इतनी फुर्सत रहती है आतंकवादियों को…'