बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में गुरुवार (04 दिसंबर, 2025) को मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार का नाम गूंजा. महागठबंधन में शामिल सीपीआईएमएल के पालीगंज से विधायक संदीप सौरव ने जमकर हमला किया. उन्होंने हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनाव (2025) को लेकर सरकार को घेरा. 

Continues below advertisement

संदीप सौरव ने सदन में कहा, "सरकार ने जो राज्यपाल का अभिभाषण दिलवाया न तो उसमें और न सत्ता पक्ष के वक्ताओं ने इस पूरे मामले में मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार का धन्यवाद नहीं किया. एक लतीफा अभिभाषण के अंदर था कि हमारे यहां स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हुआ है, इसको हम जोक मानते हैं." 

'इतिहास का सबसे अनफेयर चुनाव था'

सदन में स्पीकर के सामने अपनी बात रखते हुए विधायक संदीप सौरव ने कहा, "पूरे देश ने देखा कि ये अब तक का भारत के इतिहास का सबसे अनफेयर चुनाव था. चुनाव के नाम पर फ्रॉड था. आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद सत्ता में बैठे हुए लोग किसी तरह का पैसा नहीं दे सकते हैं, कोई सामान का वितरण नहीं कर सकते हैं, लेकिन ये हुआ. चुनाव के ठीक पहले तक होता रहा. एक-एक विधानसभा में 65 हजार महिलाओं को पैसा देना और जीविका महिलाओं को बूथ पर जबरदस्ती तैनात करना, ये चुनाव के नाम पर बिहार में मजाक चला है." 

Continues below advertisement

'सांच को आंच क्या…'

दूसरी ओर संदीप सौरव ने सदन में कही गई अपनी बातों का वीडियो अपने एक्स हैंडल से भी शेयर किया है. वीडियो शेयर करने के साथ पोस्ट में लिखा है, "सरकार का यह कहना कि 'बिहार का यह चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हुआ है' असल में एक फ्रॉड है! पूरे देश ने देखा कि कैसे चुनाव आयोग को अपनी जेब में रखकर सत्ता ने 'आदर्श आचार संहिता' की धज्जियां उड़ाई!! सदन में सच को कह दिया गया ! सांच को आंच क्या!!"

यह भी पढ़ें- बिहार: MLA-MLC को फोन के लिए हर महीने मिलेंगे 8300 रुपये, वाउचर या बिल की जरूरत नहीं