Tausif Alam Joined AIMIM: बिहार के सीमांचल में कांग्रेस पार्टी को विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका लगा है. पार्टी के पूर्व विधायक तौसीफ आलम ने गुरुवार को असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम का दामन थाम लिया है. हैदराबाद में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है. पार्टी सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) और बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान की मौजूदगी में तौसीफ आलम मजलिस पार्टी में शामिल हुए है.

मजलिस शामिल होने की थी पहले से चर्चा

गौरतलब है कि तौसीफ आलम बहादुरगंज विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रह चुके हैं. बीते 2020 के विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम उम्मीदवार अंजार नईमी के हाथों उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था. हालांकि बाद में अंजार नईमी राजद में शामिल हो गए, जिसके बाद से ही यह कयास लगाया जा रहा था कि तौसीफ आलम मजलिस पार्टी में शामिल होंगे.

तौसीफ आलम ने बीते साल लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस सांसद डॉ जावेद आजाद का मंच से ही विरोध किया था, जिसकी खूब चर्चा हुई थी. यही नहीं सांसद के कार्यों को लेकर उन्होंने कई बार खुले मंच से नाराजगी जाहिर की है. बहादुरगंज विधानसभा क्षेत्र में तौसीफ आलम की अच्छी पकड़ मानी जाती है.

वहीं मिली जानकारी के मुताबिक एआईएमआईएम ने उन्हें बहादुरगंज से पार्टी का उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया है. कांग्रेस के कुनबे में सेंध मारी करके मजलिस पार्टी ने यह जता दिया है कि आगामी विधानसभा चुनाव वो एक बार फिर से सीमांचल में मजबूती के साथ लड़ने वाली है. 

बिहार में अकेले लड़ेगी एआईएमआईएम

बता दें कि बिहार में एआईएमआईएम महागठबंधन का हिस्सा बनने के लिए 2020 के चुनाव से ही प्रयास कर रही है, आरजेडी उन्हें शामिल करना नहीं चाहती है. ये बात असदुद्दीन ओवैसी ने खुद कई बार मीडिया में कह चुके हैं. अब जबकि वो किसी भी गठबंधन में नहीं रहेंगे और जब अपनी पार्टी से उम्मीदवार उतारेंगे तो इसका नुकसान महागठबंधन को ही होगा, जो पहले भी सीमांचल में देखने को मिला है. 

ये भी पढ़ें: PM Modi: प्रधानमंत्री मोदी ने की बिहार में पहली ‘नमो भारत’ ट्रेन की शुरुआत, 13,500 करोड़ की परियोजनाओं की दी सौगात