Pappu Yadav Nomination: लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण के नामांकन की तिथि गुरुवार (04 अप्रैल) को समाप्त हो गई. दूसरे चरण के अंतिम दिन बिहार की हॉट सीट पूर्णिया से पप्पू यादव ने हजारों समर्थकों के साथ नामांकन के लिए निकले. पूर्णिया से वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. उनके इस फैसले से कांग्रेस में नाराजगी है. अब सवाल है कि क्या पप्पू यादव अपना नामांकन वापस लेंगे या हर हाल में चुनाव लड़ेंगे? क्या कांग्रेस कोई कार्रवाई करेगी क्योंकि उन्होंने पार्टी का विलय कर दिया है.


बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने पप्पू यादव को नाम वापस लेने की चेतावनी दे दी है. उन्होंने कहा है कि अभी भी नाम वापस लेने का समय बचा हुआ है. वह नामांकन वापस ले लें. गुरुवार की शाम अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान किसी को भी यह इजाजत नहीं देता है कि पार्टी से कोई निर्दलीय नामांकन करे. पप्पू यादव को यही सलाह है कि अभी भी नाम वापस लेने का समय बचा हुआ है.


नाम वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अप्रैल है. ऐसे में देखना होगा कि पप्पू यादव क्या अखिलेश प्रसाद सिंह की बात मानते हैं या फिर वह चुनाव लड़ते हैं. पप्पू यादव ने खुले तौर पर कह दिया है कि सब कुछ बर्दाश्त है लेकिन पूर्णिया छोड़ने की बात बर्दाश्त नहीं है. गुरुवार को पप्पू यादव ने रोया भी था. कहा था कि 14 दिन से वो टॉर्चर हो रहे हैं.


कांग्रेस कर सकती है पप्पू यादव पर कार्रवाई?


उधर दूसरी ओर अखिलेश प्रसाद के बयान के बाद सवाल है कि क्या कांग्रेस कार्रवाई कर सकती है? पप्पू यादव को चुनाव लड़ने से रोक सकती है? राजनीतिक जानकार अरुण कुमार पांडेय कहते हैं कि पप्पू यादव ने निर्दलीय नामांकन किया है इसलिए उनके नामांकन में कांग्रेस कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकती है. कांग्रेस बहुत ज्यादा करेगी तो उन्हें सिर्फ पार्टी से निकाल सकती है.


अरुण पांडेय ने कहा कि पप्पू यादव कांग्रेस का झंडा, चुनाव चिह्न, ये सब पोस्टर बैनर में इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं. व्यक्तिगत रूप से अपने भाषण में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, सोनिया गांधी या किसी अन्य व्यक्ति के प्रति श्रद्धा दिखाते हुए नाम लेते हैं तो इस पर भी पार्टी नियमानुसार कोई ऑब्जेक्शन नहीं डाल सकती है.


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