पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने सोमवार को एक कार्यक्रम में ऐसी बात कही दी जिसकी खूब चर्चा हो रही है. नीतीश कुमार ने कहा कि जब हमलोग इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ते थे तो एक लड़की नहीं पढ़ती थी. क्या स्थिति थी, इतना खराब लगता था. कोई भी महिला आ जाती थी तो सब लोग खड़ा होकर महिला को देखने लगते थे. ये स्थिति थी उस समय. अब देख लीजिए कि इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज में कितनी लड़कियां पढ़ रही हैं. नीतीश कुमार सोमवार को पटना के गांधी मैदान स्थिति मगध महिला कॉलेज में 639 बेड वाले छात्रावास का उद्घाटन करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने यह बातें कहीं.


यहां नीतीश कुमार का महिलाओं पर फोकस करने का मतलब था कि आज लड़कियों को हर क्षेत्र में मौका मिला है. उन्होंने अपने बयान में कहा कि महिलाओं के विकास के क्षेत्र में काफी काम किया है. जीविका समूह का गठन किया गया है. कहा कि जब यह समूह का गठन किया तो केंद्र ने इसे स्टडी के लिए भेजा और उसके बाद केंद्र ने आजीविका समूह तैयार किया. इस दौरान आगे नीतीश कुमार ने इस बारे में कहा कि उच्च शिक्षा का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें महिलाओं की भागीदारी बढ़े इसके लिए काम हो रहा है. इंजीनियरिंग हो या मेडिकल कॉलेज सभी कोर्सेज में महिलाओं के लिए प्रदेश में सीटें आरक्षित की गई हैं.


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31.8 करोड़ रुपये खर्च कर बना यह हॉस्टल


बता दें कि मगध महिला कॉलेज में बना हॉस्टल राज्य सरकार की ओर से 31.8 करोड़ रुपये खर्च कर बना है. इस छात्रावास के हर फ्लोर पर 18 कमरे 16 वॉशरूम और 12 स्नानघर हैं. एक कमरे में तीन छात्राओं के रहने की व्यवस्था है. कैंटिन समेत कई तरह की यहां सुविधाओं का भी ध्यान रखा गया है.


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