Chirag Paswan: चिराग पासवान ने गुरुवार को नामांकन से पहले हाजीपुर में लगे बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर फूलों के माला डालकर आशीर्वाद लिया था, लेकिन चिराग पासवान के मूर्ति छूने को लेकर हाजीपुर के कुछ लोगों ने जमकर विरोध किया और अंबेडकर की मूर्ति को 51 किलो दूध से नहलाया. इस दौरान नाराज लोग चिराग पासवान के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. चिराग पासवान को नाराज लोगों ने दलित विरोधी, संविधान विरोधी और आरक्षण विरोधी बताया. अब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.


चिराग पासवान ने दी प्रतिक्रिया


वहीं, इस प्रकरण पर चिराग पासवान ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि इसी मानसिकता के खिलाफ हम लड़ते रहे हैं. बाबा भीमराव अंबेडकर लड़ते रहे हैं, हमारे पिताजी लड़ते रहे हैं. निश्चित तौर पर यह मानसिकता राष्ट्रीय जनता दल और उनके साथ जो दल है उनकी हो सकती है. उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं जो लोग बिहार को बर्बाद कर चुके हैं. हर धर्म हर जाति हर समुदाय के लोग इस बात को देख रहे हैं कि भेद भाव की भावना को कौन भड़काने का काम कर रहा है. जो इस मानसिकता को बढ़ावा देते हैं उन्हीं लोगों ने बिहार को बर्बादी की कगार पर धकेला है.


बता दें कि आरक्षण के मुद्दे पर चिराग पासवान और तेजस्वी यादव आमने-सामने हो गए हैं. चिराग पासवान ने कहा था कि संपन्न दलित को स्वेच्छा से आरक्षण छोड़ देना चाहिए. इस बयान पर तेजस्वी यादव ने चिराग पासवान पर निशाना साधा है. वहीं, इस पर अब राजनीति शुरू हो गई है.



चिराग पासवान के नामांकन में पहुंचे थे कई दिग्गज


बता दें कि बिहार के हाजीपुर लोकसभा सीट से चिराग पासवान ने गुरुवार को नामांकन दाखिल किया. इस दौरान केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, रामकृपाल यादव, रामा सिंह समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे. नामांकन दाखिल करने से पहले चिराग पासवान ने अपनी मां के साथ अपने पिता रामविलास पासवान की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. रामविलास पासवान की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद रोड शो करते हुए चिराग पासवान अपनी मां के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे थे.


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