औरंगाबादः जिले के सदर अस्पताल में मंगलवार की रात एक विचित्र बच्चे ने जन्म लिया. बच्चे का न तो आंख है और न ही कान. बच्चे के पूरे शरीर में त्वचा की जगह प्लास्टिक का आवरण है जो उसे इस जगत के अन्य नवजात से अलग बनाता है. बच्चे का मुंह एक सामान्य आदमी से भी बड़ा है और जीभ काफी लंबी है जिसे वह बार बार निकाल रहा है. सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष में जैसे ही इस बच्चे ने जन्म लिया वैसे ही प्रसव कक्ष में कार्यरत महिला चिकित्सक एवं नर्स भयभीत हो गई और उसे तुरंत ही विशेष नवजात शिशु यूनिट में भर्ती कराया गया. बच्चे के माता पिता को उसके जन्म की सूचना मिली तो काफी खुश हुए लेकिन जैसे ही उन्होंने अपने शिशु को देखा तो उनका दिल बैठ गया.


बारुण प्रखंड के एक गांव निवासी महिला को प्रसव पीड़ा के बाद सदर अस्पताल में मंगलवार की दोपहर दो बजकर पंद्रह मिनट पर लाया गया. रात दस बजे महिला ने इस बच्चे को जन्म दिया. सदर अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. दिनेश दुबे ने बताया कि उन्होंने अपने चिकित्सीय करियर में अभी तक ऐसा बच्चा नहीं देखा है. ऐसे जन्मे बच्चे को कोलोडियोन बेबी के नाम से जाना जाता है. ऐसे बच्चे 11 लाख में एक होते हैं. पिता के शुक्राणुओं में विकृति के कारण ऐसा होता है.


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अभी ठीक है बच्चे की स्थिति


चिकित्सक ने बताया कि बच्चे के शरीर पर त्वचा की जगह प्लास्टिक का आवरण है. उसके रोने या किसी प्रकार के दबाव से शरीर फट सकता है और यह जानलेवा हो सकता है. देश के कई हिस्से में यदा-कदा ऐसे मामले सामने आते रहे हैं जिस पर मेडिकल साइंस अनुसंधान कर रही है, लेकिन औरंगाबाद के सदर अस्पताल का यह पहला मामला है. यहां इस प्रकार के बच्चे ने जन्म लिया है. बच्चे की स्थिति अभी ठीक है और चिकित्सीय निगरानी में है.


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