पटना: छपरा कांड (Chhapra Incident) अभी पूरे बिहार के सुर्खियों में है. इसको लेकर अब राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है. इस मुद्दे पर बीजेपी (BJP) सरकार को घेर रही है. वहीं, बीजेपी के आरोपों पर सोमवार को आरजेडी (RJD) के प्रवक्ता शक्ति यादव (Shakti Yadav)  ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी इस घटना को जातीय रंग न दे. जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. पुलिस मामले की जांच कर रही है.


बीजेपी पर बोला हमला


शक्ति यादव ने कहा कि बीजेपी और उसके नेता मेंटल हैं. क्या वे लोग जांच एजेंसी हैं? वे लोग कैसे तय कर सकते हैं कि कौन दोषी और कौन पीड़ित है? बीजेपी इसको राजपूत बनाम यादव हीं बनाए. मधुबनी में रावण सेना ने पांच राजपूतों को मार दिया था तब बीजेपी चुप क्यों थी? तब जातीय रंग देने की कोशिश क्यों नहीं की? आरजेडी में एक से एक सवर्ण नेता रहे. रघुवंश प्रसाद, रूप नारायण झा, सीताराम सिंह, राघवेंद्र प्रताप और कपिल बाबू ये आरजेडी के ही नेता थे.


आरजेडी अपने बयान पर कायम है- शक्ति यादव


बिहार सरकार के आरजेडी कोटे के मंत्री आलोक मेहता लगातार दस फीसदी पर दस फीसदी की बात कह रहे हैं. इस पर शक्ति यादव ने कहा कि दस फीसदी की बात आरजेडी ने की लेकिन किसी जाति का नाम नहीं लिया था. दस फीसदी शोषण करने वालों की बात आरजेडी ने की है. आज भी हम लोग अपने बयान पर कायम हैं. 100 में 90 शोषित हैं, 90 भाग हमारा है. दस का शासन 90 पर नहीं चलेगा.


सुनियोजित तरीके से ये हमला है- नीरज बबलू


वहीं, एनडीए बीजेपी नेता पूर्व मंत्री नीरज बबलू ने कहा है कि महागठबंधन सरकार में जानबूझकर जाति विशेष को टारगेट किया जा रहा है. सुनियोजित तरीके से छपरा में विशेष जाति पर हमला किया गया है. 1990 से 2005 तक लालू राज में लालू के कहने पर 'भूरा बाल' को साफ किया गया. अब महागठबंधन सरकार में आरजेडी की वजह से फिर यह शुरू हो गया है. छपरा कांड में मुख्य अभियुक्त मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए. उसके घर पर बुलडोजर चलना चाहिए. महागठबंधन सरकार में सवर्णों को टारगेट किया जा रहा है. हत्या की जा रही है.


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