छपरा विधानसभा से आरजेडी प्रत्याशी और भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव ने सम्पूर्ण क्रांति के नायक लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्मभूमि सिताबदियारा में उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण कर चुनावी आगाज किया है. एबीपी न्यूज़ से बातचीत में उन्होंने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि जंगलराज-जंलगराज बोलने वालों ने 15 साल में कौन सा स्वर्ग बना दिया?

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आपने भी तो कुछ नहीं किया- खेसारी लाल यादव

खेसारी लाल यादव ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा, "एक बात मुझे हमेसा खलती है. लोग कहते हैं जंगलराज-जंगलराज. भाई जंगलराज मान लो थोड़ी देर के लिए था. लेकिन 15 साल आपके पास था तो आप कौन सा स्वर्ग बना दिया? आपने भी तो कुछ नहीं किया. आप जुबान से थोड़ी देर के लिए आप किसी को बुरा बना सकते हैं लेकिन जुबान से कोई छोटा नहीं होता हैं." 

इसके साथ ही उन्होंने कहा, "इस 15 साल में जो सरकार थी आप उनसे एक बार सवाल करिए कि आप बोलते हो जंगलराज. कहां किए हो विकास? किसके लिए किए हो? खुद का इलाज आप एम्स दिल्ली में कराने जाते हो. आप अपने लिए तो अस्पताल नहीं बना पाए. इसलिए जब अपने लिए अस्पताल नहीं बनाए तो बिहार की जनता के लिए क्या बनाओगे? आपके बच्चे विदेश पढ़ रहे हैं. आप अपने बच्चों के लिए स्कूल नहीं बनवा पाए."

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खेसारी लाल यादव ने कहा कि हम सबका सौभाग्य है कि जयप्रकाश नारायण, भिखारी ठाकुर, महेंद्र मिश्र और डॉ. राजेंद्र प्रसाद जैसे महापुरुष इस धरती पर पैदा हुए. यह छपरा की धरती ऐसे लोगों से सजी है. हम भी इसी मिट्टी में जन्मे हैं. हम अपने बुजुर्गों का आशीर्वाद लेकर राजनीति और कला दोनों में उनके योगदान को आदर्श मानने की कोशिश करते हैं.

मैं जीत चुका हूं, छपरा के लिए काम करूंगा- खेसारी

इसके आगे खेसारी लाल यादव ने कहा, "मैं छपरा का बेटा था मुझे विधायक नहीं बनना हैं और आजीवन बेटा बनकर रहना चाहता हूं. मैं जीत चुका हूं. छपरा की बहुत समस्याएं हैं जिसके लिए मैं काम करूंगा. छपरा के लिए काम करूंगा."

मैं पूरे शहर का बेटा हूं- खेसारी लाल यादव

आरजेडी नेता ने आगे कहा, "इसी छपरा की धरती पर मेरा पहला कैसेट फेंक दिया गया. आज पूरा छपरा पैक हो गया सिर्फ अपने बेटे और भाई खेसारी के लिए. ये भावुक पल तो था. खुशी इतनी इतनी बड़ी थी कि मैं आपको बता ही नहीं सकता कि आखिर भगवान ने मुझे क्या बना दिया. मैं तो बस एक कलाकार बन के रहना चाहता था. लोगो का बेटा बन के रहना चाहता था. मैं पैदा सिर्फ एक मां और एक पिता से हुआ. लेकिन आज ऐसा लग रहा हैं मैं पूरे शहर का बेटा हूं. पूरे बिहार का बेटा हूं. पूरे छपरा का बेटा हूं."