BPSC Student Protest News: जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर बीपीएससी 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे हैं. मीडिया से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में प्रशांत किशोर ने कहा कि उपाय यह है कि सरकार बच्चों से बात करें, जब बच्चों ने यहां तक कह दिया कि अगर मुख्यमंत्री उनसे मिलें और कहें कि अनियमियता नहीं हुई है, री-एग्जाम नहीं होगा तो बच्चों ने बिना शर्त अपना प्रदर्शन वापस लेने की बात कही है.

प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि जब बीपीएससी अभ्यर्थी मुख्य सचिव से मिले तो उन्होंने भी सुझाव दिया कि वे मुख्यमंत्री से मिलने का प्रयास करें. लेकिन, 13 करोड़ की आबादी वाले राज्य का मुखिया अपने राज्य के बच्चों से मिलने में इतना अहंकार दिखा रहा है, वो अपने राज्य से बच्चों से मिलना नहीं चाहता है, तो लोकतंत्र में इन बच्चों के लिए क्या विकल्प बचता हैं धरना, अनशन, सत्याग्रह के अलावा और क्या कर सकते हैं, यही करना पड़ेगा.

‘अनशन जारी रहेगा’वहीं गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर ने कहा कि हम अपना काम कर रहे हैं सरकार को अपना काम करने दीजिए. अनशन जारी रहेगा. मेरे पास कोई उठाने नहीं आया है जब उठाने आएगा तो देखा जाएगा. मैं पिछले ढाई साल से बिहार में काम कर रहा हूं, अगर मैं राजनीति नहीं करूंगा तो क्या करूंगा? अगर आप किसी को पीटते हैं और मैं उनके समर्थन में यहां बैठा हूं और फिर आप इसे राजनीति कहते हैं, तो मैं राजनीति कर रहा हूं.

‘नीतीश कुमार काम नहीं करना चाहते’जन सुराज चीफ ने कहा कि नीतीश कुमार काम नहीं करना चाहते हैं, वे केवल सत्ता में रहना चाहते हैं और यही कारण है कि उन्होंने कोविड के समय में बिहार के लोगों की मदद नहीं की. उन्हें बाकी चीजों की चिंता नहीं है, बल्कि उन्हें केवल सत्ता में रहने की चिंता है.

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