मुंगेर: 67वीं बीपीएससी परीक्षा में कई अभ्यर्थियों को पहले ही प्रयास में सफलता मिल गई है. इन्हीं में से एक हैं मुंगेर की दिव्या मिश्रा जिन्होंने पहली बार में ही बीपीएससी की परीक्षा को क्रैक कर लिया है. दिव्या मिश्रा एग्जीक्यूटिव पदाधिकारी बनकर नगर निगम का कार्यभार संभालेंगी. इनकी सफलता से परिवार में खुशी का माहौल है. 23 वर्षीय दिव्या मुंगेर शहर के वार्ड नंबर 34 निवासी एडवोकेट रामगुलाम मिश्रा की छोटी बेटी हैं. 67वीं परीक्षा में 371 रैंक लाकर नाम रोशन किया है.


बीपीएससी पास करने वाली दिव्या मिश्रा ने कहा कि उनकी पढ़ाई मुंगेर के सरस्वती शिशु मंदिर और विद्यामंदिर में हुई थी. 2020 में उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री ली. इसके बाद मुंगेर में घर पर रहकर ऑनलाइन पढ़ाई कर कड़ी मेहनत की जिसके बाद आज यह सफलता मिली है.



दिव्या ने कहा- 'माता-पिता ने किया सपोर्ट'


दिव्या मिश्रा ने बताया, "हम तीन बहने हैं और तीनों बहनों को मेरी मां नीलम मिश्रा और पिता रामगुलाम मिश्रा ने पूरा सपोर्ट किया है. हमारे साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया गया. आज हम तीनों बहनों ने एक अच्छा मुकाम पाकर माता-पिता का नाम रोशन किया है. एक बड़ी बहन सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. दूसरी बहन सेंट्रल बैंक में पीओ है." दिव्या की इस सफलता पर घर वालों के साथ-साथ मोहल्ले के लोगों में भी खुशी का माहौल है.


दिव्या ने बेटियों को पढ़ाने का दिया संदेश


दिव्या मिश्रा ने समाज के लोगों से अपनी बेटी को पढ़ाने की अपील की है. इसके साथ ही उन्होंने लड़कियों को भी पढ़ लिखकर एक मुकाम हासिल करने की सलाह दी है. दिव्या के पिता रामगुलाम मिश्रा मुंगेर सिविल कोर्ट में एडवोकेट हैं. दिव्या की सफलता पर पिता ने खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि हमने तीनों बेटियों को सही दिशा दी जिससे मेरी बेटियों ने एक अच्छा मुकाम हासिल किया है.


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