गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में पटाखा की अवैध फैक्ट्री में जोरदार धमका हुआ. घटना फुलवरिया थाने के सहायक श्रीपुर ओपी स्थित श्रीपुर रकबा खाप की है. शुक्रवार की शाम अवैध रूप से चल रहे पटाख फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट (Gopalganj News) में काम कर रहे तीन किशोर झुलस गए. जिन्हे इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल लाया गया, जहां से डॉकटरों ने बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर दिया. हादसा इतना दर्दनाक था कि पूरा गांव दहल उठा.


जांच में जुटी पुलिस


वहीं, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी पटाखा कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया है. हादसे के बाद एसपी स्वर्ण प्रभात ने जांच के निर्देश दिए हैं. इधर, हादसा होने के बाद गांव में काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल रहा. घायलों की पहचान श्रीपुर रकबा खाप गांव के निवासी मंगरू सहनी के पुत्र पवन कुमार, हृदया सहनी के पुत्र नीतीश कुमार और सिकंदर सहनी के पुत्र पीयूष कुमार के रूप में हुई है.


घायलों की हालत गंभीर


तीनों किशोर की हालत गंभीर बताई जा रही है. बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया है. पुलिस की ओर से जारी किये गये प्रेस रिलीज में गिरफ्तार पटाखा कारोबारी का नाम मूंगफली मियां उर्फ मोहद्दीनपुर मियां बताया गया है, जो उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिला के तरेया सुजान थाना क्षेत्र के बहादुरपुर गांव का निवासी है. पुलिस पटाखा कारोबारी से पूछताछ कर रही है. 


बच्चों से पटाखा बनवा रहा था यूपी का कारोबारी 


रकबा गांव में पिछले एक साल से अवैध रूप से पटाखा बनाने का काम चल रहा था. यूपी के रहनेवाले पटाखा कारोबारी मूंगफली मियां उर्फ मोहद्दीनपुर मियां द्वारा आसपास के छोटे-छोटे बच्चों से पटाखा बनाने का काम लिया जा रहा था. शुक्रवार को भी बारूद से पटाखा बनाने का काम चल रहा था, तभी अचानक से ब्लास्ट हो गया और तीन किशोर झुलस गए. हादसे के बाद आसपास के लोगों ने आक्रोश जताया और पुलिस के प्रति नाराजगी जाहिर की. 


'ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने नहीं की कार्रवाई'


पटाखा ब्लास्ट होने के बाद ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया. ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस को कई बार अवैध पटाखा फैक्ट्री चलने की सूचना दी गयी थी, लेकिन श्रीपुर ओपी पलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. यहां तक की दीपावली से पहले पुलिस अधीक्षक के कार्यालय से भी पटाखा के अवैध फैक्ट्रियों की जांच करने और सील करने का निर्देश जारी किया गया था, लेकिन पुलिस थाने के पास चल रही अवैध पटाखा फैक्ट्री पर कोई कार्रवाई नहीं की. 


मीरगंज में हुआ था दो अक्टूबर को ब्लास्ट 


मीरगंज थाना क्षेत्र के मीरगंज शहर में बीते दो अक्टूबर को अवैध रूप से संचालित अवैध पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट हुआ था. पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट में एक महिला की मौत हो गई थी. इसके बाद जिले भर के पटाखा फैक्ट्री की जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया गया था, लेकिन पुलिस सुस्त रही, जिसका नतीजा हुआ कि छठ महापर्व पर रकबा गांव में बड़ा हादसा हुआ. हादसे के बाद एक बार फिर से अवैध रूप से संचालित पटाखा फैक्ट्री पर सवाल उठने लगा है कि पुलिस इन लोगों पर कार्रवाई कबतक करेगी. 


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