बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी अपनी तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी का प्रत्येक मतदाता तक पहुंचने का प्लान है. इसके लिए पार्टी ने मैन टू मैन मार्किंग के साथ रणनीति तैयार की है. एक तरफ डिजीटल योद्धा सोशल मीडिया पर पार्टी का प्रचार कर रहे हैं तो दूसरी ओर कमजोर बूथों को चिह्नित करके पार्टी उनको मजबूत करने को लेकर तेजी से काम कर रही है.
बूथों को मजबूत करने के लिए खास अभियान
बीजेपी हर बूथ को मजबूत करने के लिए एक खास अभियान चला रही है, इस अभियान का नाम है 'एक बूथ 10 यूथ'. इस अभियान और कार्यक्रम के जरिए बीजेपी के कार्यकर्ता वोटर्स के साथ सीधे जुड़ेंगे और पार्टी के संगठन को मजबूत करेंगे. दरअसल, बिहार में अब कुल बूथों की संख्या 94,000 हो गई है ये संख्या पहले 72,000 थी. यानी राज्य में अब 22,000 नए बूथ बने हैं, लेकिन खास बात ये है कि इन बूथों में 4180 बूथ ऐसे हैं जहां पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी और एनडीए का प्रदर्शन खराब रहा था.
इन बूथों पर गठबंधन को 30 फीसदी से कम वोट मिले थे. अब विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी इन बूथ पर पार्टी को दुरुस्त करने की तैयारी कर रही है और इसीलिए 'एक बूथ, 10 यूथ' अभियान बीजेपी शुरू कर रही है. इस अभियान के जरिए पार्टी हर बूथ पर कम से कम 10 युवा कार्यकर्ता के जरिए वोटर्स से सीधे जुड़ेगी, इस दौरान उन्हें सरकार की उपलब्धियों की जानकारी दी जाएगी.
हालांकि बीजेपी के इस अभियान पर विपक्ष का कहना है कि ये जनता की नाराजगी को छुपाने की कोशिश हो रही है. लेकिन विपक्ष के बयान पर एनडीए नेताओं का कहना है कि अपनी सरकार की योजनाओं को हम चुनावी पूंजी में बदलने की तैयारी कर रहे हैं.
एलजेपीआर के नेता राजू तिवारी ने कहा कि पेंशन राशि बढ़ाना, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लोन और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए जीविका समूह में 105 करोड़ रुपए ट्रांसफर करना इस NDA सरकार की उपलब्धियां हैं. मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत 50 लाख महिलाओं के खातों में पहली किस्त गई है. इसका सीधा जुड़ाव एनडीए की ताकत बनेगा.
इस चुनाव अभियान के जरिए युवाओं और लाभार्थियों से बूथ स्तर पर जुड़ने के लिए बीजेपी ने अपना प्रयास तेज कर दिया है. हर बूथ पर 5 कार्यकर्ताओं की टीम बनाई जाएगी और इनकी जिम्मेदारी प्रचार के बाद वोटर्स को चुनाव के दिन उन्हें बूथ तक पहुंचाना भी होगा. महाराष्ट्र की तर्ज पर ये बिहार में शुरू कर रही बीजेपी का सीधा फोकस अपने कमजोर 4180 बूथों पर होगा.
'एक बूथ 10 यूथ' से लेकर डिजिटल योद्धा तक उतारा
इस चुनाव में 225 सीट जितने के लक्ष्य को लेकर चल रहा एनडीए जनता तक सीधे पहुंचने की कोशिश कर रहा है. ऐसे में 'एक बूथ 10 यूथ' से लेकर डिजिटल योद्धा तक गठबंधन ने अपनी चुनावी तैयारी को बूथ स्तर तक फिट कर दिया है. बता दें कि बिहार में अगले महीने की शुरुआत में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो सकता है.