मुजफ्फरपुर में विधायक के PA को लगी गोली का हुआ खुलासा, मनगढ़ंत कहानी से पुलिस को किया गुमराह
Bihar News: बीजेपी विधायक के पीए विनोद दास पर गोलीकांड में बड़ा खुलासा हुआ. पुलिस और एफएसएल जांच में साबित हुआ कि उन्हें अपराधियों ने नहीं, शादी में हुई हर्ष फायरिंग से अवैध हथियार की गोली लगी थी.

मुजफ्फरपुर के कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी विधायक केदार प्रसाद गुप्ता के निजी सहायक विनोद दास पर गोली लगने के मामले में पुलिस जांच ने बड़ा खुलासा किया है. शुरुआती दावा था कि विनोद दास को रास्ते में अज्ञात अपराधियों ने गोली मारी, लेकिन एफएसएल रिपोर्ट और पुलिस की गहन जांच ने पूरी कहानी पलट दी. अब पता चला है कि विनोद दास को लगी गोली किसी हमलावर ने नहीं, बल्कि शादी समारोह में हुई हर्ष फायरिंग के दौरान चली थी.
पुलिस के अनुसार, घटना वाली रात विनोद दास ने खुद ही अस्पताल पहुंचकर बताया कि अपराधियों ने उन पर हमला किया. इसके बाद मामला तेजी से राजनीतिक चर्चा का विषय बन गया, लेकिन जांच में यह स्पष्ट हुआ कि अस्पताल में दिया गया उनके बयान का घटनास्थल और सबूतों से कोई मेल नहीं था.
शादी समारोह में विधायक को लगी थी गोली
एफएसएल टीम की तकनीकी रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि विनोद को लगी गोली अवैध हथियार से चली थी और चोट का कोण ऊपर से नीचे की ओर था, जो मौके की स्थिति से ही मेल खाता है. पुलिस ने शादी समारोह के पंडाल से उस हथियार को बरामद भी कर लिया है. जांच में यह भी खुलासा हुआ कि गोली चलने के समय विनोद दास के साथ तीन अन्य लोग भी मौजूद थे. बताया जा रहा है कि इनमें से किसी एक ने अवैध हथियार को कॉक करते समय गलती से गोली चला दी, जो सीधी विनोद दास को जा लगी. घटना होते ही घबराकर सभी ने मिलकर एक मनगढ़ंत कहानी बनाई और इसे अपराधियों की फायरिंग बताकर मामला गंभीर बनाने की कोशिश की.
घटना से मेल नहीं खाता विनोद दास का बयान- एसएसपी
एसएसपी सुशील कुमार ने प्रेस को जानकारी देते हुए कहा कि विनोद दास का बयान शुरुआती जांच से पूरी तरह अलग था. तकनीकी साक्ष्यों, एफएसएल रिपोर्ट और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के बाद यह साफ हो गया है कि घटना के पीछे किसी बाहरी हमलावर की भूमिका नहीं थी. यह पूरी तरह से हर्ष फायरिंग और लापरवाही का मामला है.
पुलिस ने तीन साथियों के खिलाफ दर्ज की प्राथमिकी
पुलिस ने इस मामले में शामिल विनोद दास और अन्य तीन साथियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है. अवैध हथियार जब्त करने के साथ आगे की कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है. इस खुलासे के बाद राजनीतिक गलियारों में भी हलचल बढ़ गई है, क्योंकि यह मामला शुरुआत से ही सनसनीखेज ढंग से प्रस्तुत किया गया था. पुलिस का कहना है कि ऐसी घटनाएं न सिर्फ जानलेवा होती हैं बल्कि कानून व्यवस्था के लिए भी गंभीर चुनौती बनती हैं.
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