बिहार विधानसभा चुनाव (2025) के बाद अब सदन शुरू हो चुका है. कई नए विधायक जीतकर इस बार सदन में पहुंचे हैं. अब शीतकालीन सत्र चल रहा है तो ये सभी अपने अनुभव को भी साझा कर रहे हैं और विपक्ष के नेताओं पर हमला भी कर रहे हैं. नए विधायकों में लोकगायिका मैथिली ठाकुर भी शामिल हैं. बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतकर वह विधायक बनी हैं और अब सदन में पहुंच गई हैं. गुरुवार (04 दिसंबर, 2025) को उन्होंने तेजस्वी यादव की सदन में गैरमौजूदगी को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी.

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बीजेपी विधायक मैथिली ठाकुर ने बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के सदन में मौजूद न होने पर कहा, "उनको होना चाहिए था हम लोगों को कॉम्पिटिशन नहीं मिल रहा है. ऐसा लग रहा था सामने से कोई ऐसी बात हो जो हमें लगे कि ये ठोस बात है ताकि हमारे नेता उसका जवाब दें." 

'तेजस्वी यादव होते तो…'

मैथिली ठाकुर ने आगे कहा कि मेरा आज पहला वाद-विवाद वाला दिन था जो मैंने खुद देखा. मैं सब ध्यान से सुन रही थी एक-एक शब्द, ऐसा लगा बहुत मेहनत करनी की जरूरत है." मैथिली ठाकुर ने कहा कि सदन में सबको समय दिया गया था बोलने के लिए. हमारी पार्टी से भी लोगों ने बात को रखा. अच्छा इसलिए लग रहा है कि सदन के अंदर बैठकर लोकतंत्र को महसूस कर रही हूं. तेजस्वी यादव होते तो विपक्ष के नेता और मजबूती से बोल पाते.

बीजेपी विधायक ने बुल्डोजर एक्शन पर विपक्ष की ओर से उठाए जा रहे सवालों पर कहा कि गलत नैरेटिव सेट किया जा रहा है. सम्राट चौधरी के अलावा अन्य नेताओं ने भी इस पर बात को रखा कि अतिक्रमण जो है उसको ठीक किया जा रहा है. सुशासन को लेकर अगर विरोधियों को डर लग रहा है तो डर लगना चाहिए. 

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