Bihar News: भारतीय जनता पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जयसवाल ने सोमवार को कांग्रेस और इंडिया गठबंधन पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया कि आजादी के बाद इन दलों ने डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम पर राजनीति की, लेकिन उन्हें कभी सच्चा सम्मान नहीं दिया. “जब अंबेडकर जी का निधन हुआ, तो उन्हें दो गज जमीन तक नहीं दी गई.
 
जायसवाल की विपक्ष को चुनौती
 
दिलीप जयसवाल ने आगे कहा, "जिस विमान से उनका पार्थिव शरीर गया, उसका बिल भी उनकी पत्नी को भेजा गया.” 
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने उस दौर के अन्याय और भेदभाव को दूर करने का कोई प्रयास नहीं किया. इसके उलट, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. अंबेडकर को मुख्यधारा में लाकर उनके योगदान को राष्ट्रव्यापी स्तर पर सम्मान दिलाया. जयसवाल ने विपक्ष को चुनौती दी कि वे इस विषय पर खुली बहस (डिबेट) के लिए सामने आएं.
 
नायब सिंह सैनी के बयान पर भी उन्होंने सफाई दी और सम्राट चौधरी को सर्वमान्य नेता बताया. प्रदेश अध्यक्ष जयसवाल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किए जाने की बात कही. उन्होंने स्पष्ट किया कि सैनी का बयान नेतृत्व पर सवाल नहीं था. “सम्राट चौधरी हमारे विधानमंडल दल के नेता हैं और सभी घटक दल उनके नेतृत्व में काम कर रहे हैं. मैं संगठन का नेतृत्व करता हूं”.
 
गौरतलब है कि हाल ही में सीएम सैनी ने एक बयान में कहा था, “हरियाणा के बाद अब बिहार की बारी है. विजय की पताका अब बिहार में फहराई जाएगी और यह काम सम्राट चौधरी के नेतृत्व में होगा.” इस बयान को लेकर बिहार की राजनीति में हलचल मच गई,जिस पर जयसवाल ने सफाई देते हुए कहा कि इसमें कोई नेतृत्व विवाद की बात नहीं है. उन्होंने दोहराया कि आगामी विधानसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. “एनडीए में सर्वमान्य चेहरा नीतीश कुमार ही होंगे.”
 
मुखपत्र 'सामना' पर भी साधा निशाना
 
जयसवाल ने शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में भाजपा पर छपे लेख को लेकर भी कड़ा प्रहार किया। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, “सामना में लिखने वाले डॉक्टर हैं या निर्मल बाबा की तरह समोसा खिलाने का काम करते हैं?” उन्होंने सलाह दी कि सामना पहले खुद की पार्टी पर ध्यान दे, क्योंकि “जिस शिवसेना को बाला साहेब ठाकरे ने खड़ा किया, आज उसकी स्थिति क्या हो गई है. पहले उस पर चर्चा करें, फिर दूसरों पर सवाल उठाएं.”