पटना: अरूणाचल प्रदेश में जनता दल (युनाइटेड) के 6 विधायकों के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद बिहार में सत्तारूढ़ दोनों पार्टियों के बीच खींचतान बढ़ गई है. इस बीच, अब बीजेपी 'डैमेज कंट्रोल' में जुट गई है. दोनों पार्टियां हालांकि बिहार में एनडीए में किसी प्रकार के मतभेद से इनकार कर रहे हैं. बिहार की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एनडीए का 'अभिभावक' बताते हुए कहा कि एनडीए का मुखिया मजबूत है और घर भी मजबूत है.


उपमुख्यमंत्री ने कहा, "मेरा घर मजबूत है और इसे कोई तोड़ नही सकता. नीतीश कुमार एनडीए के गार्जियन हैं. मेरा मुखिया मजबूत है और साथ ही साथ पूरा घर भी मजबूत है तो इसे कौन तोड़ेगा." आरजेडी के नीतीश कुमार के साथ आने के बयानों पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वो लोग क्यों परेशान हैं ये वही जानें. उपमुख्यमंत्री के इस बयान को बीजेपी की ओर से डैमेज कंट्रोल के रूप में देखा जा रहा है.


बीजेपी और जदयू का गठबंधन अटूट- सुशील मोदी


उल्लेखनीय है कि अरूणाचल प्रदेश की घटना को जेडीयू के नेताओं ने इसे गठबंधन धर्म के विपरीत बताते हुए इसे तकलीफदेह बताया है. हालंकि दोनों दल के नेता बिहार एनडीए में किसी तरह के मतभेद नहीं होने की बात कह रहे हैं.


बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने भी एक दिन पहले कहा था कि बिहार के अंदर बीजेपी और जदयू का गठबंधन अटूट है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि बिहार में पूरे पांच साल नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार काम करेगी. इससे पहले जदयू कार्यकारिणी समिति की बैठक के बाद जदयू के वरिष्ठ नेता के.सी. त्यागी ने भी कहा था कि अरूणाचल प्रदेश की घटना का बिहार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.


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