पटना: बिहार में कड़ाके की ठंड के बीच जीवन अस्त व्यस्त है. राजधानी पटना में अधिकतम तापमान 18 डिग्री दर्ज किया गया है. बीते कुछ दिनों से बिहार के कई जिलों में जबरदस्त कनकनी की स्थिति बनी हुई है. वहीं कई जिले कोहरे की चपेट में हैं. हवा की दिशा में बदलाव और दक्षिणी पछुआ हवाओं की तीव्र गति ने बुधवार को राज्य भर में कनकनी बढ़ा दी है. 

पांच जिलों में सबसे ज्यादा ठंड

राज्य भर में बर्फीली हवाओं के प्रभाव के चलते कई जिलों में दिन और रात के तापमान में भारी कमी आई है. दिन में देर तक धूप न निकलने से उत्तर बिहार के कई जिलों में शीतलहर जैसे हालात रहे. अगर हालात ऐसे ही रहे तो गुरुवार को मौसम की स्थिति के आधार पर कुछ जिलों में शीत दिवस की घोषणा हो सकती है. मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो न्यूनतम तापमान में आंशिक गिरावट गुरुवार को भी बनी रहेगी और राज्य के दक्षिणी पश्चिमी जिलों में एक से दो जगह पर शीत दिवस की घोषणा हो सकती है. बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा ठंड पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, पश्चिमी चंपारण, दरभंगा और मुजफ्फरपुर में रही है.

तापमान में और भी हो सकती गिरावट

बता दें कि बुधवार की सुबह से ही मौसम का रंग राज्य भर में बदल रहा उत्तर बिहार के हिमालय की तराई वाले से सटे जिलों में घना कोहरा रहा जबकि दक्षिण बिहार के अधिकतर जिले कनकनी की चपेट में रहे है. दिसंबर का महीना है. नए साल में दो से तीन दिन शेष बचे हैं. ऐसे में नए साल की शुरुआत शीतलहर से होने वाली है. कई जिलों में तो भारी ठंड होने के आसार जताए जा रहे हैं. वैसे तो हर साल ही जनवरी के महीने में बिहार में तेज ठंड पड़ती है. इस साल भी उसी तरह और भी कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है. आने वाले दिनों में तापामान में और भी ज्यादा गिरावट दर्ज की जा सकती है.

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