नवरात्रि के पहले दिन बिहारवासियों को उमस और गर्मी का सामना करना पड़ सकता है. मौसम विभाग के अनुसार राज्य के ज्यादातर हिस्सों में सोमवार को शुष्क मौसम बने रहने की संभावना है. हालांकि खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर, बांका और जमुई जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है. शेष जिलों में बूंदाबांदी तक की स्थिति बन सकती है.
पिछले 24 घंटों की बात करें तो बिहार के किसी भी जिले में बारिश दर्ज नहीं की गई. पटना में तेज धूप खिली रही, जिससे लोगों को उमस भरी गर्मी ने परेशान किया. मौसम विज्ञान केंद्र का अनुमान है कि अगले 2-3 दिनों तक बारिश की गतिविधियां कम बनी रहेंगी और तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि हो सकती है. सुबह के समय कुछ इलाकों में हल्की धुंध भी देखने को मिल सकती है.
20 जिलों में बारिश का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बिहार के 20 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया है. विभाग का कहना है कि इन जिलों में तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी या हल्की वर्षा हो सकती है. इसके बावजूद, नवरात्रि के पहले दिन अधिकतर जगहों पर मौसम शुष्क ही रहेगा. 24 सितंबर तक राज्य में किसी तरह की गंभीर चेतावनी जारी नहीं की गई है.
दुर्गा पूजा पर बरस सकता है पानी
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि उत्तरी अंडमान सागर और म्यांमार तट पर बना चक्रवात 22 सितंबर तक उत्तरी बंगाल की खाड़ी तक पहुंच सकता है. इसका सीधा असर बिहार के मौसम पर पड़ेगा और कई हिस्सों में बारिश की संभावना बढ़ जाएगी. इसके अलावा, 25 सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी में नया निम्न दबाव क्षेत्र बनने की आशंका जताई गई है. यदि यह सक्रिय होता है तो दुर्गा पूजा के दौरान बिहार में भारी बारिश हो सकती है, जिससे त्योहार की रौनक प्रभावित हो सकती है.
कैसा है पटना का मौसम
राजधानी पटना में सोमवार को मौसम सुहावना रहने की उम्मीद है. दिनभर आंशिक बादल छाए रहेंगे और कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है. हवा की गति सामान्य रहने के कारण तापमान में ज्यादा उतार-चढ़ाव की संभावना नहीं है. मौसम विज्ञानियों के अनुसार, उत्तर प्रदेश और उससे सटे बिहार के ऊपर वायु चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है. इसके चलते पटना समेत उत्तर और पश्चिम बिहार में बारिश के आसार बने रहेंगे.
कुल मिलाकर, नवरात्रि के शुरुआती दिनों में लोगों को उमस और गर्मी का सामना करना पड़ेगा, जबकि दुर्गा पूजा के समय भारी बारिश की संभावना बनी हुई है. यह बारिश श्रद्धालुओं के उत्सव को प्रभावित भी कर सकती है.