भोजपुर जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र के कारीसाथ गांव में शुक्रवार (3 अक्टूबर) देर रात एक सनसनीखेज वारदात ने पूरे इलाके को दहला दिया. हथियारबंद बदमाशों ने घर में घुसकर सो रहे एक रिटायर्ड पुलिस जवान को गोलियों से भून डाला. घटना के बाद पूरे गांव में भय और दहशत का माहौल है.
घटना की जानकारी मिलते ही गजराजगंज ओपी प्रभारी चंचल कुमार महथा पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए आरा सदर अस्पताल भेजा गया. पुलिस ने मौके का निरीक्षण किया और आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है.
क्या है पूरा मामला?
मृतक की पहचान 85 वर्षीय कन्हैया प्रसाद यादव के रूप में हुई है, जो बंगाल पुलिस में हवलदार पद से वर्ष 2006 में सेवानिवृत्त हुए थे. वह कारीसाथ गांव के ही स्वर्गीय जंग बहादुर यादव के पुत्र थे. परिजनों के अनुसार, शुक्रवार की देर रात कुछ अज्ञात अपराधी घर में दाखिल हुए और सोते समय कन्हैया यादव पर नजदीक से गोली चला दी. उन्हें दो गोलियां लगीं- एक सीने में और दूसरी गर्दन पर. इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
परिजनों ने पुरानी रंजिश की जताई आशंका
परिजनों ने आशंका जताई है कि यह हत्या पुरानी रंजिश का नतीजा हो सकती है. मृतक के बेटे राज कुमार यादव के मोबाइल पर हाल ही में जान से मारने की धमकी मिली थी. इसके अलावा, दो महीने पहले गांव में युवकों के बीच हुए विवाद में दशमी के दिन भी धमकी दी गई थी कि 'देख लेंगे'. पुलिस इन घटनाओं को हत्या से जोड़कर जांच कर रही है.
मृतक के परिवार में पत्नी दुलारो देवी, बेटा राज कुमार यादव और दो बेटियां रंजू देवी तथा मंजू देवी हैं. अचानक हुई इस घटना ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और गांव के लोग भी आक्रोश और डर के माहौल में हैं.
घटना की जांच में जुटी पुलिस
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हत्या के पीछे का मकसद स्पष्ट नहीं है. कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है और अपराधियों की पहचान के लिए साक्ष्यों को खंगाला जा रहा है. साथ ही, तकनीकी जांच और मोबाइल कॉल डिटेल्स के आधार पर भी सुराग जुटाए जा रहे हैं.
इस हत्याकांड ने इलाके में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. ग्रामीणों की मांग है कि अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और गांव में शांति और सुरक्षा बहाल की जाए.