बिहार में चल रहे एसआईआर को लेकर सड़क से सदन तक बवाल मचा है. बिहार विधानसभा में भी बुधवार को इसे लेकर पक्ष और विपक्ष में तीखी नोक झोंक दिखी. इस बीच केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा है कि एसआईआर एक ऐसा विषय है, जिसका राजनीतिकरण ज्यादा किया जा रहा है.
चिराग ने एसआईआर के पीछे की सोच को बताया
चिराग पासवान ने कहा कि "एक गलत धारणा बनाई जा रही है. एसआईआर के पीछे की सोच क्या है? ये सभी को समझने की जरूरत है. महाराष्ट्र और दिल्ली चुनाव के बाद इन्होंने (विपक्ष) वोटर लिस्ट में हो रही धांधली को लेकर अपनी शिकायत चुनाव आयोग को दी है. अगर आपको संदेह है कि वोटर लिस्ट में धांधली हो रही है तो ये एसआईआर के माध्यम से ही ठीक होगा."
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने ये भी कहा कि "मुझे समझ नहीं आता कि विपक्ष चाहता क्या है. लोकसभा चुनाव के बाद /ये लोग डुप्लीकेसी ऑफ वोट का बार-बार जिक्र करते हैं, जब इनकी यह शिकायत रही है और उसको मानते हुए चुनाव आयोग ने इस प्रक्रिया का इस्तेमाल किया है, जहां गहन समीक्षा की जा रही है."
'अब वोटर लिस्ट को बहाना बनाया जा रहा है'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि "एसआईआर माध्यम से इस बात को सुनिश्चित किया जा रहा है कि जो अधिकृत व्यक्ति है, सिर्फ वो ही मतदान का इस्तेमाल करे. हकीकत यह है कि विपक्ष जानता है कि वो चुनाव नहीं जीतेंगे तो पहले वो ईवीएम पर ठीकरा फोड़ा जाता था और अब वोटर लिस्ट को बहाना बनाया जा रहा है"