पटना: फुलवारीशरीफ के नया टोला के अहमद पैलेस से देश-विरोधी गतिविधियों का अड्डा का खुलासा होने के मामले में 26 नामजद आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. अब तक तीन को गिरफ्तार किया गया है. इसमें मोहम्मद जलालुद्दीन, अतहर परवेज और अरमान मलिक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. नामजद आरोपित पटना, नालंदा, दरभंगा, मधुबनी, कटिहार, मुजफ्फरपुर, सारण आदि के हैं. नामजद 26 आरोपित में से कई फरार हैं.


आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी जारी है. बताया जाता है कि जिन लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है उसमें कई पीएफआई के नेता हैं. पीएफआई बिहार-बंगाल क्षेत्रीय समिति के सचिव मोहम्मद रसलान, पीएफआई के राष्ट्रीय स्तर के नेता मोहम्मद रियाज, बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र के पीएफआई निदेशक अंसारुल हक, मोहम्मद मुस्तकिन शामिल हैं. एसडीपीआई का प्रदेश अध्यक्ष शमीम अख्तर का नाम भी सामने आया है जो नालंदा में रहता है लेकिन अभी फरार है.


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संदिग्ध लोगों से पुलिस कर रही पूछताछ


इस मामले में पटना पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों को पूछताछ के लिए उठाया है और पूछताछ कर रही है. गिरफ्तारी की संख्या और बढ़ सकती है. पुलिस जांच में यह सामने आया है कि फुलवारीशरीफ में देश विरोधी गतिविधियां चल रही थीं. 2047 तक भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने के मिशन पर काम हो रहा था. दूसरे राज्यों से ट्रेनर यहां आते थे. वहीं एक तस्वीर भी अब सामने आई है जिसमें अतहर परवेज नालंदा के शमीम अख्तर के साथ दिख रहा है.


यह बात भी सामने आई है कि दूसरे राज्यों से ट्रेनिंग लेने युवा भी यहां आते थे. मार्शल आर्ट, शारीरिक शिक्षा के नाम पर युवाओं को यहां बुलाया जाता था और हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जाती थी. विदेश से फंडिंग होती थी. हिन्दू-मुस्लिम के बीच तनाव पैदा किया जाए, कैसे दंगा भड़के इसका ट्रेनिंग दिया जाता था. जितना गिरफ्तारी हुई वह पीएफआई से जुड़े हुए हैं.


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