Bihar Teacher News: बिहार के शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी प्राथमिक और मध्य विद्यालय के संचालन के समय में बदलाव किया है. आज (07 अप्रैल) से यह लागू हो चुका है. सभी स्कूलों का संचालन सुबह 6:30 बजे से 12:30 बजे तक होना है. आज (सोमवार) पहले दिन हाल जानने के लिए सुबह-सुबह शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ (ACS S Siddharth) ने एक-एक कर कई स्कूलों में फोन लगाया. स्थिति के बारे में जाना. सुझाव भी दिया. इस दौरान सीतामढ़ी के एक हेडमास्टर को एसीएस ने बड़ा टास्क भी दे दिया.

बनौल मध्य विद्यालय में कम मिली बच्चों की उपस्थिति

दरअसल एस सिद्धार्थ ने वीडियो कॉल के जरिए सीतामढ़ी के बनौल मध्य विद्यालय के हेडमास्टर से बात की. उन्होंने पूछा कि स्कूल में कितने बच्चे आए हैं? शिक्षक को वीडियो के जरिए अपर मुख्य सचिव ने दिखाने के लिए कहा. एसीएस एस सिद्धार्थ ने वीडियो में देखा कि बच्चों की संख्या कम है. उन्होंने गिनती करते हुए शिक्षक से पूछा कि मात्र 12 बच्चे ही आए हैं? इसके बाद उन्होंने हेडमास्टर से पूछा कि आप लोगों ने गार्जियन को नहीं बोला था कि सोमवार से स्कूल मॉर्निंग होगा? उधर से जवाब मिला कि सर शनिवार को ही सबको बोल दिए थे.

'हेडमास्टर साहब… थोड़ा गांव में जाइए'

बच्चों की उपस्थिति कम देख एस सिद्धार्थ ने कहा कि शिक्षक कितने हैं स्कूल में? इस पर हेडमास्टर ने कहा, "चार हैं सर." फिर एसीएस ने सबको दिखाने के लिए कहा. इस दौरान चार शिक्षकों की संख्या सही पाई गई. इसके बाद एस सिद्धार्थ ने निर्देश देते हुए कहा, "हेडमास्टर साहब… थोड़ा गांव में जाइए. दो टीचर को लेकर जाइए. तब तक दो टीचर यहां पढ़ाएंगी. सबको बोलिए… माता-पिता की मीटिंग करिए."

एसीएस ने आगे कहा कि कोई दिक्कत है आपको? इस पर हेडमास्टर ने कहा कि यहां बाउंड्री नहीं है. बहुत दिक्कत हो रही है. और सब तो ठीक है. शिक्षक की समस्या सुनकर एस सिद्धार्थ ने आश्वासन दिया कि इस बार बाउंड्री का काम हो जाएगा. उन्होंने पानी और शौचालय आदि के बारे में भी पूछा. इस पर हेडमास्टर ने जवाब दिया कि ये सब है.

बता दें कि जब केके पाठक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव थे तो वे भी कड़क अंदाज के लिए जाने जाते थे. कहीं भी कभी भी पहुंच जाते थे. एस सिद्धार्थ भी शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए अपने अंदाज में काम कर रहे हैं.

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