चौथे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा TRE-4 बिहार विधानसभा चुनाव से पहले लेने, और पूरी सीट पर के साथ बहाली निकालने की मांग को लेकर पटना में अभ्यर्थियों ने धरना प्रदर्शन किया. धरना दे रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि चुनाव से पहले परीक्षा ली जाए. कल ही शिक्षा विभाग ने ऐलान किया है के चौथे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा दिसंबर में होगी. जनवरी में रिजल्ट आएंगे. 

'विधानसभा चुनाव से पहले परीक्षा ली जाए'

धरना दे रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि चुनाव से पहले परीक्षा ली जाए. 1 लाख 20 हजार पदों पर बहाली की बात सरकार ने कही थी, लेकिन कल जब परीक्षा की तिथि की घोषणा हुई तो उस समय से यह चर्चा तेज है कि सिर्फ 27000 पदों पर बहाली होगी. यह हम लोगों के साथ अन्याय है. मंगलवार को यह भी घोषणा नहीं की गई परीक्षा का फॉर्म कब से भरा जाएगा. कितने सीटों पर बहाली होगी. 

अभ्यर्थियों ने कहा कि लीपापोती का काम बिहार सरकार कर रही है. आनन-फानन में घोषणा कर दी गई, लेकिन उसमें कई बातें स्पष्ट नहीं हैं. शिक्षक भर्ती परीक्षा बीपीएससी को लेनी है, लेकिन बीपीएससी की ओर से कोई घोषणा नहीं की गई . वन कैंडिडेट वन रिजल्ट का नियम लागू हो. अगर चुनाव से पहले परीक्षा नहीं ली गई, फुल सीट के साथ अगर बहाली नहीं निकाली गई तो वोट की चोट सरकार को देंगे.

चुनाव में सबक सिखाने की बात कर रहे अभ्यर्थी

अभ्यर्थियों ने कहा कि चुनाव में सबक सिखा देंगे. 2025-30 फिर से नीतीश ये नारा जो है, नारा ही बनकर रह जाएगा. जिस तरह घोषणा हुई यह हमलोगों को बेवकूफ बनाने का काम किया गया. नौ सितंबर को पटना कॉलेज से सुबह 10 से मार्च होगा. पूरे बिहार भर के अभ्यार्थी इसमें शामिल होंगे. सीएम आवास तक जाएंगे. इन्हीं मांगों को लेकर मार्च भी होगा.

बता दें कि उधर जेडीयू दफ्तर के सामने उर्दू TET अभ्यार्थियों ने भी बुधवार को जोरदार प्रदर्शन किया है. जेडीयू दफ्तर के बाहर भारी संख्या में उर्दू TET अभ्यार्थी पहुंचे हैं. प्रदर्शनकारियों ने 12000 अभ्यार्थियों को धर्म के आधार पर बाहर करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि साल 2013 में परीक्षा हुई थी. अभी तक रिजल्ट जारी नहीं हुआ है.